Toyota ने भारत की पहली फ्लेक्स-फ्यूल कार पेश कर दी है जो कि 100% इथेनॉल पर चल सकती है। नए वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने और फ्यूल के इंपोर्ट पर निर्भरता कम करने के तौर पर तीन केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, भूपेंद्र यादव और महेंद्र नाथ पांडे ने पहली फ्लेक्स-फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार (FFV-SHEV) को पेश किया है।
ऑटोमोबाइल कंपनी टोयोटा द्वारा तैयार की गई Corolla Altis FFV-SHEV में एक फ्लेक्स-फ्यूल इंजन और एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन दी गई है। यह हाई इथेनॉल इस्तेमाल के साथ-साथ ज्यादा फ्यूल एफिशिएंसी प्रदान करती है, क्योंकि यह इंजन बंद होने पर ईवी मोड पर ज्यादा समय तक चल सकती है। यह कार पेट्रोल पर चल सकती है जिसमें 20-100% के बीच इथेनॉल मिश्रण होता है।
इस कार को भारत में BS-VI कंप्लाइंट FFV-SHEV टेक्नोलॉजी का चेक करने के लिए एक पायलट के तौर पर पेश किया गया था। कार्बन एमिशन को कम करने में घरेलू कंडीशन में यह कितनी प्रभावशाली है और इथेनॉल को बढ़ावा देने के लिए इसे भारतीय विज्ञान संस्थान के साथ साझा किया जाएगा।
कार को रिसर्च और डेपलपमेंट के उद्देश्य से ब्राजील से इंपोर्ट किया गया है। सूत्रों ने कहा कि कार के परफॉर्मेंस का चेक करने के लिए कार को देश के कई हिस्सों में चलाया जाएगा और स्टडी का समय एक साल से ज्यादा का होगा।
गडकरी ने कहा कि भारत में प्रदूषण बड़ी चिंता का विषय है और ट्रांसपोर्ट सेक्टर का इसमें बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि "इसलिए इथेनॉल और मेथनॉल जैसे जैव ईंधन पर चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन और उनके इस्तेमाल के लिए अधिक प्रोत्साहन की जरूरत है। इससे हमारे किसानों की आय भी बढ़ेगी। हम पेट्रोल और डीजल पर अपने इंपोर्ट और निर्भरता को कम करना चाहते हैं।"
ब्राजील दुनिया का सबसे बड़ा गन्ना और इथेनॉल निर्माता है। वहां पर करीबन 80 प्रतिशत कारें फ्लेक्स-फ्यूल पर चलती हैं। सरकार फ्लेक्स-फ्यूल व्हीकल्स के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दे रही है। इथेनॉल मिक्स के प्रतिशत के मुकाबले पेट्रोल के प्रतिशत के आधार पर E95, E90, E85 इंजन के लिए स्टैंडर्ड को नोटिफाइड किया है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।