इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric vehicles) की सेल में तेज़ी आ रही है और इसका सीधा उदाहरण नॉर्वे (Norway) बन गया है, जहां 2021 में लगभग दो तिहाई नई गाड़ियों की सेल में इलेक्ट्रिक व्हीकल शामिल हैं। इनमें सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक कार एलन मस्क (Elon Musk) की इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल कंपनी टेस्ला (Tesla) की थी। Norway की द रोड ट्रैफिट इन्फोर्मेशन काउंसिल (OFV) द्वारा पिछले साल के व्हीकल सेल रिकॉर्ड से पता चलता है कि देश में पिछले साल कुल नई सेल में 25% की बढ़ोतरी हुई है।
OFV के
डेटा से पता चलता है कि Norway में 2021 में रिकॉर्ड 176,276 कार्स ज्यादा बेची गई हैं, जिनमें से 65% पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हैं। यह 2020 में बेचे गए 54% ईवी से काफी ज्यादा है। इससे यह साफ हो जाता है कि बेहतर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और अच्छी सब्सिडी के चलते लोगों का ध्यान अब इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ओर जा रहा है। भारत में भी इलेक्ट्रिक व्हीकल की सेल में तेज़ी दिखाई दे रही है, लेकिन अभी भी देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर होना बाकी है।
नॉर्वे ने बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (BEVs) को इंटरनल कंबशन इंजन (ICE) पर लगाए जाने वाले टैक्स से अलग कर दिया है। देश ने 2022 के अंत तक 80% इलेक्ट्रिक व्हीकल अपनाने के अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए यह कदम उठाया है। टैक्स में बड़ी छूट के बाद इलेक्ट्रिक व्हीकल सेल में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। कुछ ऐसा ही भारत में भी देखा गया है, जहां इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर्स में Tata Nexon EV और Tata Tigor EV इलेक्ट्रिक कार्स (electric cars in India) सरकारी सब्सिडी के अधीन आती हैं, इसलिए इनकी सेल में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है। नेक्सन ईवी भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली इलेक्ट्रिक कार है।
OFV का डेटा बताता है कि Tesla ने पिछले साल नॉर्वे के कुल कार मार्केट का 11.6% हिस्सा हासिल किया, जो जर्मनी की Volkswagen से 9.6% से ऊपर रहते हुए साल के आधार पर पहली बार नंबर वन ब्रांड बन गया। कंपनी की Tesla Model 3 इलेक्ट्रिक कार को नॉर्वे के लोगों ने सबसे ज्यादा पसंद किया है। इसके बाद Toyota की हाइब्रिड RAV4 आती है और तीसरे नंबर पर Volkswagen की इलेक्ट्रिक ID.4 रही।
54 लाख की आबादी के साथ, Norway में इलेक्ट्रिक वाहनों का दुनिया का सबसे अधिक अनुपात है, जबकि 1.4 अरब लोगों के साथ चीन अब तक का सबसे बड़ी कार मार्केट (BEV और ICE मिलाकर) है।