एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने कोलकाता की एक गेमिंग ऐप फर्म के प्रमोटर्स पर छापे में 7 करोड़ रुपये जब्त किए हैं। मनी लॉन्ड्रिंग जुड़ी एक जांच के हिस्से के तौर पर छह जगह छापे मारे गए थे। ED का दावा है कि इस मोबाइल गेमिंग ऐप को लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए शुरू किया गया था।
ED ने एक ट्वीट में इन छापों की जानकारी दी है। E-Nuggets कही जाने वाली इस गेमिंग ऐप के प्रमोटर्स की पहचान आमिर खान और कुछ अन्य लोगों के तौर पर हुई है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस फर्म के खिलाफ पिछले वर्ष एक एफआईआर दर्ज की गई थी। छापे इस ऐप और इसके प्रमोटर्स से जुड़े ठिकानों पर मारे गए हैं। छापों में 7 करोड़ रुपये से अधिक रुपये जब्त किए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वर्ष कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एक एफआईआर को लेकर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच की जा रही थी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मोबाइल गेमिंग ऐप से लोगों का भरोसा हासिल करने के बाद धोखाधड़ी की गई थी। इसमें शुरुआत में यूजर्स को अधिक कमीशन का लालच दिया गया था लेकिन बाद में इसके प्रमोटर्स ने सिस्टम अपग्रेड किए जाने या कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जांच जैसे कारण बताकर रकम निकालने का फीचर बंद कर दिया था। हाल ही में
ED ने कुछ क्रिप्टो एक्चेंजों को भी समन भेजा था। यह समन कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग और फॉरेन एक्सचेंज के नियमों के उल्लंघन के लिए जारी किया किया था। इन एक्सचेंजों में CoinDCX, WazirX और Coinswitch Kuber शामिल थे। WazirX के जरिए 2,790 करोड़ रुपये की कथित मनी लॉन्ड्रिंग की ED जांच कर रहा है।
एक अन्य मामले में पता चला था कि WazirX ने विदेशी यूजर्स के निवेदन पर अपने प्लेटफॉर्म पर एक क्रिप्टोकरेंसी को अन्य में बदलने के साथ-साथ FTX जैसे थर्ड पार्टी एक्सचेंजों से ट्रांसफर का इस्तेमाल करने की भी अनुमति दी थी। इससे पहले भी क्रिप्टो एक्सचेंजों को लेकर ED ने कुछ मामलों में
जांच की है। देश में क्रिप्टो इंडस्ट्री को केंद्र सरकार कोई भी छूट नहीं देना चाहती। क्रिप्टो पर सट्टे और लॉटरी से होने वाले फायदे जैसा टैक्स लगाया जा रहा है। पिछले कई महीनों से यह इंडस्ट्री मुश्किलों से जूझ रही है।