दिल्ली एनसीआर में एयर क्वालिटी गंभीर रूप से खराब हो गई है, दूसरे शब्दों में कहें तो जहरीली हो गई है। यदि आप भी दिल्ली एनसीआर में रहते हैं, तो आप जरूर एयर क्वालिटी चेक करते होंगे। यूं तो एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) आजकल एयर क्वालिटी को 450 से 500 तक दिखाता है, लेकिन यदि आप IQAir पर इसे जांचेंगे, आपको यह आंकड़ा 1,600 तक भी दिखाई दे सकता है। यदि आप सोच रहे हैं कि यह ऐप गलत बता रहा है या इसमें कोई ग्लिच है, तो आप गलत हैं, क्योंकि IQAir द्वारा दिखाए जाने वाला आंकड़ा दूसरे मैथड के जरिए आंका जाता है। चलिए इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
IQAir एक इंटरनेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स मॉनिटरिंग ऐप है, जिसके अनुसार, वर्तमान में दिल्ली का मैक्सिमम
AQI 1,600 है, जबकि भारत में सेंट्रल पॉल्यूशन ऑफ कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की
वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में सबसे खराब आकंड़ा 450 से 500 के बीच था। दरअसल ऐसा भारत और ग्लोबली AQI मापने के स्टैंडर्ड के चलते होता है। NDTV के
अनुसार, भारत में PM 2.5 का पैमाना 60 है, जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का स्टैंडर्ड अपनाने वाले कुछ देशों में यह पांच या दस है। इसी तरह भारत का AQI 500 पर सीमित किया गया है - जिसका मतलब है कि AQI का इससे अधिक होना एक बड़ी चेतावनी है कि प्रदूषण का स्तर बेहद गंभीर है।
सीपीसीबी के अनुसार, 0 और 50 के बीच एक AQI को अच्छा माना जाता है, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर और 450 से 500 के ऊपर बहुत गंभीर माना जाता है।
दूसरी ओर, IQAir - जो अमेरिकी मॉडल पर आधारित है, 500 से ऊपर AQI को 'खतरनाक' दिखाता है। बता दें कि IQAir ने भी दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में अपने सेंसर इंस्टॉल किए हैं, जिसके जरिए ऐप दिल्ली के प्रदूषण पर नजर रखता है। हालांकि, CPCB के आंकड़ों को हमें ज्यादा महत्व देना चाहिए, क्योंकि सरकारी एजेंसी के वर्तमान में 40 रियल-टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन दिल्ली में काम करते हैं।