भारत के डिजिटल करेंसी का ट्रायल शुरू करने से पड़ोसी देश भी इस दिशा में आगे बढ़ने की तैयारी कर रहे हैं। पाकिस्तान ने अगले दो वर्षों में अपनी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लॉन्च करने की योजना बनाई है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने डिजिटल पेंट्स में मदद के लिए फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस चुनने का फैसला किया है।
इसे लेकर पाकिस्तान सरकार ने वर्ल्ड बैंक की मदद से दो रूल्स बनाए हैं। इनमें फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस को अपने सेफ्टी के उपायों, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग प्रोविजंस और कम्प्लायंस के बारे में कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी देनी होगी। इसके बाद ही वे CBDC से जुड़े इकोसिस्टम में आ सकेंगे। यह
जानकारी पाकुस्तान के वित्त मंत्री Asad Umar ने दी है। उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ते ब्लॉकचेन सेगमेंट में उतरने से देश का ट्रेड और कॉमर्स मजबूत हो सकेंगे। उनका कहना था कि इससे फिनटेक सेक्टर अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकेगा। SBP के डिप्टी गवर्नर Jameel Ahmad का कहना था, "यह SBP की हमारे फाइनेंशियल सिस्टम के डिजिटलाइजेशन को लेकर प्रतिबद्धता का प्रमाण है।" इस वर्ष की शुरुआत में पाकिस्तान ने क्रिप्टो सेक्टर से जुड़े कानून पर विचार करने के लिए तीन सब कमेटियां बनाई थी।
इस महीने से भारत में डिजिटल रुपये का रिटेल ट्रायल शुरू हो गया है। यह ट्रायल चार बड़े शहरों - दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में गुरुवार से शुरू किया गया है। इसके पूरा होने के बाद यह तय होगा कि क्या
CBDC प्रति दिन की खरीदारियों के लिए एक एफिशिएंट जरिया है या नहीं। इस ट्रायल में हिस्सा लेने वाले बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ICICI बैंक, यस बैंक और IDFC फर्स्ट बैंक शामिल हैं। देश में डीमॉनेटाइशन होने के बाद UPI पेमेंट्स में तेजी से ग्रोथ हुई है। इसका फायदा डिजिटल रुपये को भी मिल सकता है।
CBDC एक ब्लॉकचेन पर बेस्ड पेमेंट सॉल्यूशन होता है, जिस पर सेंट्रल बैंक का कंट्रोल रहता है। यह क्रिप्टोकरेंसी की तरह काम करता है लेकिन क्रिप्टोकरेंसीज की तरह CBDC में वोलैटिलिटी और अन्य रिस्क नहीं होते। केंद्र सरकार ने इस वर्ष के बजट में 2022-23 के फाइनेंशियल ईयर से CBDC को लॉन्च करने की घोषणा की थी। रिटेल सेगमेंट में ट्रायल के लिए CBDC को एक डिजिटल वॉलेट में दिया जाएगा। यह वॉलेट स्मार्टफोन और PC के साथ कम्पैटिबल होगा।