• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें

क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें

भारत के सात बड़े एयरपोर्ट्स में GPS Spoofing से जुड़े साइबर अटैक दर्ज हुए, जिनमें दिल्ली, मुंबई और कोलकाता शामिल हैं। सरकार ने बताया कि MON बैकअप सिस्टम की वजह से किसी फ्लाइट में बाधा नहीं आई।

क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें

Photo Credit: Unsplash

ख़ास बातें
  • सात भारतीय एयरपोर्ट्स में GPS Spoofing से साइबर अटैक की पुष्टि
  • MON बैकअप सिस्टम से सभी फ्लाइट्स सुरक्षित रूप से संचालित हुईं
  • दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत कई शहरों में GPS इंटरफेरेंस रिपोर्ट
विज्ञापन

देश के सात बड़े एयरपोर्ट्स को हाल ही में साइबर अटैक्स का सामना करना पड़ा। इनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे बड़े एयरपोर्ट शामिल हैं। खासतौर पर दिल्ली एयरपोर्ट के पास फेस-इन होने वाले विमानों को GPS Spoofing जैसी स्थिति का सामना करना पड़ा, जहां विमान के नेविगेशन सिस्टम को गलत लोकेशन डेटा दिखाया गया। यह खतरनाक होता है, क्योंकि इससे कम्युनिकेशन और नेविगेशन दोनों प्रभावित होते हैं और हादसे की संभावना बहुत बढ़ जाती है।

बीते सोमवार सरकार ने बताया (via NDTV) कि भले ही एयरपोर्ट्स पर साइबर अटैक्स हुए, लेकिन इसके बावजूद किसी भी फ्लाइट में रुकावट नहीं आई। अटैक के बाद सिक्योरिटी को और टाइट दिया गया और उसी दिन सभी एयरपोर्ट्स ने अपनी टेक्निकल टीमों के साथ स्थिति का मूल्यांकन भी पूरा कर लिया था।

GPS Spoofing क्या होता है और यह कितना खतरनाक है?

McAfee के मुताबिक, GPS Spoofing एक साइबर हमला है जिसमें किसी विमान, जहाज या वाहन के नेविगेशन सिस्टम को फर्जी लेकिन विश्वसनीय लोकेशन, स्पीड या टाइम डेटा भेजा जाता है। यह Jamming से अलग होता है, जहां GPS सिग्नल को शोर से दबा दिया जाता है, क्योंकि स्पूफिंग में सीधा विमान व ATC के बीच नकली डेटा पहुंचा दिया जाता है, जिससे सिस्टम को लगता है कि विमान किसी और जगह है।

यह तकनीक उड़ानों के रूट, ऊंचाई और पोजिशन को गलत दिशा में मोड़ सकती है, इसलिए इसे गंभीर साइबर सिक्योरिटी थ्रेट माना जाता है।

भारत करता है MON यूज

सरकार ने बताया है कि भारत पहले से ही एक मजबूत Minimum Operating Network (MON) पर काम करता है। ये MON एक ग्राउंड-बेस्ड नेविगेशन और सर्विलांस नेटवर्क है, जो सैटलाइट-बेस्ड GPS सिस्टम में किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में तुरंत बैकअप मोड पर काम करने लगता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एयरक्राफ्ट सुरक्षा के लिए यही मॉडल यूज किया जाता है। इसी सिस्टम की वजह से भारत में कोई भी उड़ान प्रभावित नहीं हुई।

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
Turbo Read

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. क्या होता है GPS Spooing? जिससे भारत के 7 बड़े एयरपोर्ट्स को बनाया गया था निशाना? यहां जानें
  2. Sanchar Saathi कैसे काम करता है? जानिए इसके 6 सबसे काम के फीचर्स
  3. Poco C85 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 50 मेगापिक्सल का प्राइमरी AI कैमरा
  4. AI+ Laptap की लॉन्च टाइमलाइन का खुलासा, लैपटॉप जैसा एक्सपीरिएंस देगा ये टैबलेट!
  5. VinFast की भारत में जल्द इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने की तैयारी
  6. Vivo X300 vs OnePlus 15 vs Google Pixel 10: 80K में जानें कौन सा फोन है बेहतर
  7. OnePlus 15R और OnePlus Pad Go 2 का लॉन्च 17 दिसंबर को, यहां जानें कंफर्म्ड स्पेसिफिकेशंस और लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
  8. स्मार्टफोन्स में Sanchar Saathi ऐप को डिलीट करने का मिलेगा ऑप्शनः टेलीकॉम मिनिस्टर
  9. Vivo X300 Pro फ्लैगशिप फोन 200 मेगापिक्सल कैमरा के साथ लॉन्च, 16GB रैम के साथ डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट से लैस
  10. Vivo X300 भारत में 200MP कैमरा, 6040mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें कितनी है कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »