Google ने सोमवार को एक अपडेट जारी करते हुए कहा है कि भारत में 'गूगल सर्च' में एक नई अपडेट दी गई है जिससे लोगों को COVID-19 वैक्सीन और इसके पंजीकरण से संबंधित जानकारी मिलेगी। यूएस आधारित यह कंपनी गूगल मैप्स में भी नई फीचर का टेस्ट कर रही है। जिससे कि देश में यूजर्स को कोविड से संबंधित जानकारी जैसे कि हॉस्पिटल, बेड और मेडीकल ऑक्सीजन की जानकारी भी मिल सकेगी। कंपनी ने यह भी कहा कि हम गिव इंडिया, चैरिटीज ऐड फाउंडेशन इंडिया, गूंज और यूनाइटेड वे ऑफ मुम्बई रेज फंड्स जैसे एनजीओ की भी मदद कर रहे हैं।
Google Search में की गई यह अपडेट कोरोना हालातों को देखते हुए अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है जो कि भारत को COVID-19 से लड़ने में मदद करेगी। जब यूजर गूगल सर्च पर वैक्सीन के बारे में प्रश्न करेगा तो यह पंजीकरण के साथ ही वैक्सीन सेफ्टी, उसका प्रभाव, साइड इफेक्ट आदि के बारे में भी बताएगा। गूगल ने सरकार के CoWIN पोर्टल का भी एक लिंक यहां पर दिया है जहां से यूजर वैक्सीन के लिए रजिस्टर कर सकते हैं।
वैक्सीन पर नई अपडेट की बात करें तो गूगल सर्च में Prevention and Treatment टैब दिया गया है जो कि इसके बचाव, स्वयं देखभाल और इलाज के बारे में भी जानकारी देता है। ये जानकारी अधिकृत मेडिकल सोर्स और परिवार कल्याण व स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ली गई है।
पिछले वर्ष गूगल ने इसी तरह यूजर्स की मदद के लिए निकट के टेस्टिंग सेंटर खोजने के लिए अपडेट दिया था। हाल ही में गूगल ने होमपेज पर डूडल में COVID-19 वैक्सीनेशन को प्रोत्साहन दिया था।
इतना ही नहीं, गूगल ने यू-ट्यूब पर एक प्लेलिस्ट भी बनाई है जो कि वैक्सीन के बारे में विश्वसनीय जानकारी, कोरोना की रोकथाम और वायरस के बारे में एक्सपर्ट की राय भी बताती है। YouTube India channel के द्वारा इस प्लेलिस्ट को देखा जा सकता है।
राष्ट्रभर में गूगल सर्च और गूगल मैप्स पर 23000 हजार वैक्सीनेशन सेंटर की लोकेशन भी डाली गई है। यह जानकारी परिवार कल्याण व स्वास्थ्य मंत्रालय के पास भी इंग्लिश और 8 अन्य भारतीय भाषाओं में मौजूद है। अब तक गूगल देश में केवल 2500 टेस्टिंग सेंटर की जानकारी दिखा रही थी।
चूंकि भारतीय अब कोविड-19 के बारे में जानकारी सर्च करते रहते हैं तो इसके लिए गूगल Q&A function का प्रयोग करते हुए एक नई फीचर भी टेस्ट कर रही है। यह फीचर यूजर्स के साथ संबंधित लोकेशन में बेड उपलब्धता और मेडीकल ऑक्सीनज की जानकारी शेयर करेगी। हालांकि कंपनी का कहना है कि यह जानकारी यूजर्स के द्वारा बताई गई जानकारी पर ही आधारित होगी और इसके बारे में अधिकारिक पुष्टि करने की आवश्यकता होगी।
वहीं पर ट्विटर ने भी कुछ ऐसी फीचर रोल करना शुरू कर दी हैं जो कि दूसरे यूजर द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उचित संसाधन ढूंढने में लोगों की मदद करेगी। फेसबुक और व्हाट्सएप में भी कई ग्रुप हैं जो कि हॉस्पिटल, बेड, प्लाज्मा डोनर आदि संसाधन ढूंढने में लोगों की मदद कर रहे हैं।
Google ने वैक्सीन कैंपेन में ‘Get the Facts' के अन्तर्गत कुछ महत्वपूर्ण बचाव संदेश भी दिखाना शुरू किए हैं। ये संदेश कंपनी की ऐप और सेवाओं में गूगल के होमपेज, डूडल और रिमाइंडर्स में दिखते हैं।
इसके अतिरिक्त गूगल ने कहा है कि हम एक अंतर्दान कैंपेन चला रहे हैं ताकि एनजीओ जैसे कि गिव इंडिया, चैरिटीज ऐड फाउंडेशन इंडिया, गूंज और यूनाइटेड वे ऑफ मुम्बई रेज फंड्स आदि के लिए फंड जुटाया जा सके। कंपनी ने दावा किया है कि अब तक इस कैंपेन के जरिये 33 करोड़ रुपये (4.6 मिलियन डॉलर) जुटाए जा चुके हैं।
Google Pay यूजर्स को भी एक COVID Aid कैंपेन दिया गया है जिससे लोग वहां पर दान कर सकते हैं और उन एनजीओ की मदद कर सकते हैं जो कि जरूरतमंद लोगों के लिए काम कर रहे हैं।
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "चूंकि भारत इस त्रासदीपूर्ण लहर का सामना कर रहा है, इसके लिए हम स्वार्थरहित लोगों और प्रतिबद्ध संस्थाओं की मदद के लिए आगे आते रहेंगे।"
कोरोना की मौजूदा लहर ने भारत को बुरी तरह से प्रभावित किया है। इसमें 3,66,000 नए केस और 3,754 मौतें केवल अकेले सोमवार के दिन सामने आई हैं। पिछले सप्ताह ही सरकार ने
कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान को आगे बढाते हुए 18 से 44 वर्ष के लोगों को टीका देने की घोषणा की थी। हालांकि लोग वैक्सीन के स्टॉक की कमी के चलते इसके लिए अप्वॉइंटमेंट बुक नहीं करवा पा रहे हैं।