टेक्नोलॉजी जगत में तहलका मचाने वाला चैटबॉट ChatGPT सबकी जबान पर है। लोग इसके जरिए अपनी दुविधाओं का समाधान तो ले ही रहे हैं, साथ ही इसका इस्तेमाल अपनी परिक्षाओं को पास करने या ऑफिस के काम आसान बनाने के लिए भी कर रहे हैं। अब, इसे बनाने वाली फर्म OpenAI ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम में कमजोरियों की रिपोर्ट करने वाले यूजर्स को 20,000 डॉलर (लगभग 16.4 लाख रुपये) तक देने का वादा किया है।
समाचार एजेंसी Reuters के
अनुसार, OpenAI ने उन यूजर्स को 20 हजार डॉलर तक देने का वादा कर डाला है, जो इस AI चैटबॉट में बग्स ढूंढ निकालेंगे। बग बाउंटी प्रोग्राम को कल, मंगलवार को लाइव किया गया था। लोगों को उनके द्वारा रिपोर्ट किए गए बग की गंभीरता के आधार पर रिवॉर्ड दिया जाएगा, जिसमें प्रति भेद्यता (vulnerability) 200 डॉलर (लगभग 16,412 रुपये) से शुरू होने वाले रिवॉर्ड शामिल है।
बग बाउंटी प्रोग्राम नया कॉन्सेप्ट नहीं है। अक्सर, टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनियां प्रोग्रामर्स और एथिकल हैकर्स को अपने सॉफ्टवेयर सिस्टम में बग की रिपोर्ट करने के लिए रिवॉर्ड देती हैं। बग बाउंटी प्लेटफॉर्म Bugcrowd पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, OpenAI ने रिसर्चर्स को ChatGPT की कुछ कार्यक्षमता को और OpenAI सिस्टम कैसे संवाद करते हैं और थर्ड-पार्टी के अनुप्रयोगों के साथ डेटा शेयर करते हैं, इसका फ्रेमवर्क रिव्यू करने के लिए आमंत्रित किया है।
इस प्रोग्राम में OpenAI सिस्टम द्वारा निर्मित गलत या दुर्भावनापूर्ण कंटेंट जनरेट करना शामिल नहीं है।
बता दें कि हाल ही में इटली में चैटजीपीटी को प्राइवेसी नियमों के संदिग्ध उल्लंघन के लिए प्रतिबंधित किया गया था। इसके अलावा, इसे
चीन में भी बैन कर दिया गया है। चीन में, सभी टेक कंपनियों को उनके प्लेटफॉर्म पर चैटजीपीटी सर्विसेज मुहैया करवाने के लिए बैन कर दिया है।
Microsoft द्वारा समर्थित OpenAI का ChatGPT नवंबर में लॉन्च किया गया था और रिलीज के बाद से ही इसने दुनिया भर में तूफान ला दिया है। ये यूजर्स के सवालों के
जवाब सटीक तरह से और बेहद तेजी से देता है। हालांकि, इसने कई गलतियां भी की है, जिसके चलते ये आलोचनाओं के घेरे में भी आया है।