क्रिप्टोकरेंसी बाजार को अस्थिरता का बाजार कहा जाता है। मगर इन दिनों यह अस्थिरता अधिक दिखाई पड़ रही है। अलग अलग देशों में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग को लेकर अलग अलग मत सामने आ रहे हैं। इसी के चलते डिजिटल करेंसी की कीमतों में आजकल उठापटक लगातार देखी जा सकती है। बिटकॉइन और डॉजकोइन की कीमतें आज थोड़ी कम थीं जबकि ईथर, कार्डानो और अन्य क्रिप्टोकरेंसी लाभ के साथ कारोबार कर रही थीं।
CoinDesk के अनुसार पिछले 24 घंटों में 35,000 डॉलर के स्तर से ऊपर उठने के बाद Bitcoin 0.5% गिरकर 34,472 डॉलर (लगभग 25.61 लाख रुपये) हो गया। ईथर 2,300 डॉलर से ऊपर जाकर 2% अधिक कारोबार कर रहा था। जबकि कार्डानो, एक्सआरपी जैसे डिजिटल कॉइन्स ने भी पिछले 24 घंटों में 1% से अधिक की वृद्धि दर्ज की। वहीं Dogecoin 1% से अधिक गिरकर 0.24 डॉलर (लगभग 18 रुपये) पर आ गया।
भारत में डॉजकॉइन की कीमत 5 जुलाई को शाम 5 बजे (IST) 18.4 रुपये थी।
बिटकॉइन अपने निवेशकों के लिए अच्छे संकेत देता हुआ नहीं दिख रहा है। इसका प्रमाण भी अभी पिछले हफ्ते देखने को मिला जब बिटकॉइन के डेली एक्टिव ऐड्रेसेज की तुलना में ईथेरियम ने बाजी मार ली। ईथर के डेली एक्टिव एड्रेसेज बिटकॉइन से संख्या में आगे निकल गए। यह ईथर के इतिहास में पहली बार हुआ है। जहां ईथर ने यह रिकॉर्ड बनाकर नया आयाम हासिल किया वहीं बिटकॉइन के शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी के ताज पर संदेह के बादल मंडराने शुरू हो गए। ये आंकड़ें संकेत दे रहे हैं कि बिटकॉइन शीर्ष क्रिप्टोकरेंसी के रूप में अपना स्थान खो रहा है। वहीं ईथर को लेकर ये संकेत मिलने लगे हैं कि दुनिया की दूसरे सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी अब दुनिया की सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी बनने की राह पर है।
भारत में बिटकॉइन की कीमत 5 जुलाई को शाम 5 बजे (IST) 25.42 लाख रुपये थी।
हाल ही में क्रिप्टोकरंसी में गिरावट के बावजूद, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी इस साल लगभग 19% बढ़ी है।
Coinmarketcap के अनुसार ईथर मार्केट कैप बिटकॉइन से लगभग तीन गुना पीछे है। बिटकॉइन जहां अपने 600 मिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ बुलंद है तो वहीं ईथर का मार्केट कैप 200 मिलियन डॉलर के लगभग है जो कि बिटकॉइन से तीन गुना कम है। फिर भी ईथर के डेली एक्टिव एड्रेस का संख्या में आगे निकल जाना इस बात को इंगित करता है कि क्रिप्टोकरेंसी में रुचि रखने वाले निवेशकर्ता बिटकॉइन की बजाय ईथेरियम के पक्ष में जाते दिख रहे हैं।