सावधान! एयरप्लेन में ये 7 गैजेट्स साथ ले जाना पड़ सकता है महंगा, जानें पूरी लिस्ट
सावधान! एयरप्लेन में ये 7 गैजेट्स साथ ले जाना पड़ सकता है महंगा, जानें पूरी लिस्ट
अगर आप अक्सर ट्रैवल करते हैं, तो अगली बार चेक-इन से पहले इन 7 गैजेट्स को साथ रखने से पहले दो बार सोचिए, क्योंकि इनमें से कुछ की बैटरी या सिग्नल्स एयरक्राफ्ट के कम्युनिकेशन या सेफ्टी सिस्टम को डिस्टर्ब कर सकते हैं।
Written by नितेश पपनोई,
अपडेटेड: 12 जून 2025 19:44 IST
Photo Credit: Pexels
DGCA की गाइडलाइंस के मुताबिक 100Wh (लगभग 27000mAh) से ज्यादा कैपेसिटी वाले पावर बैंक फ्लाइट में अलाउड नहीं होते
ख़ास बातें
100Wh (लगभग 27000mAh) से ज्यादा कैपेसिटी वाले पावर बैंक नहीं अलाउड
बाजार में मिलने वाली बिना ब्रांड वाली लोकल बैटरियां करें अवॉइड
Wi-Fi Hotspot डिवाइसेज नेटवर्क सिग्नल ब्रॉडकास्ट करते हैं
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जब भी हम फ्लाइट पकड़ते हैं, तो मोबाइल, टैबलेट और दूसरे स्मार्ट गैजेट्स बैग में डालना आम बात है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ डिवाइसेज ऐसे भी हैं जिन्हें अगर आप एयरप्लेन में लेकर चलते हैं, तो वो न सिर्फ आपकी फ्लाइट की सेफ्टी के लिए खतरा बन सकते हैं, बल्कि आपकी खुद की मुश्किलें भी बढ़ा सकते हैं? DGCA और कई इंटरनेशनल एविएशन बॉडीज की गाइडलाइंस में बार-बार इन डिवाइसेज को लेकर चेतावनी दी जा चुकी है।
अगर आप अक्सर ट्रैवल करते हैं, तो अगली बार चेक-इन से पहले इन 7 गैजेट्स को साथ रखने से पहले दो बार सोचिए, क्योंकि इनमें से कुछ की बैटरी या सिग्नल्स एयरक्राफ्ट के कम्युनिकेशन या सेफ्टी सिस्टम को डिस्टर्ब कर सकते हैं।
High-Capacity Power Banks (27000mAh से ऊपर)
DGCA की गाइडलाइंस के मुताबिक 100Wh (लगभग 27000mAh) से ज्यादा कैपेसिटी वाले पावर बैंक फ्लाइट में अलाउड नहीं होते। और इन्हें सिर्फ हैंड बैगेज में ही कैरी किया जा सकता है, चेक-इन में नहीं। इससे ऊपर के पावर बैंक न सिर्फ सेफ्टी के लिए रिस्क होते हैं, बल्कि एयरलाइंस उन्हें सीज भी कर सकती हैं।
अनब्रांडेड या लोकल Lithium बैटरी पैक
बाजार में मिलने वाली बिना ब्रांड वाली लोकल बैटरियां सस्ते में मिल जाती हैं, लेकिन ये फायर हजार्ड बन सकती हैं। कई बार इनके थर्मल रनअवे के चांस ज्यादा होते हैं। ऐसे में एयरपोर्ट सिक्योरिटी इन्हें अलाऊ नहीं करती, खासकर अगर वो विजिबली डैमेज या जरूरत से अधिक फूली हुई हो।
Drone या Mini Drones
India से निकलते हुए कई लोग अपने DJI Mini या लोकल ड्रोन ले जाना चाहते हैं, लेकिन ज्यादातर इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स या डेस्टिनेशंस (जैसे दुबई, सिंगापुर) में इन पर रिस्ट्रिक्शन होता है। इसके अलावा ड्रोन में लगी बैटरियां भी फ्लाइट में स्पेशल पैकिंग के बिना कैरी नहीं की जा सकतीं।
Portable Wi-Fi Hotspots (JioFi, Airtel Hotspot)
Wi-Fi Hotspot डिवाइसेज नेटवर्क सिग्नल ब्रॉडकास्ट करते हैं जो फ्लाइट के कम्युनिकेशन सिस्टम में इंटरफेर कर सकते हैं। इन्हें ऑन रह जाने पर फ्लाइट क्रू को दिक्कत हो सकती है। इसीलिए इन्हें या तो ऑफ रखें या बेहतर है पैक ही ना करें।
Smart Luggage (नॉन-रिमूवेबल बैटरी के साथ)
आजकल कुछ सूटकेस ऐसे आते हैं जिनमें GPS ट्रैकर और पावर बैंक इनबिल्ट होता है। अगर इनकी बैटरी रिमूवेबल नहीं है, तो कई एयरलाइंस उन्हें बोर्ड करने ही नहीं देतीं। ऐसे में फ्लाइट बुक करने से पहले या यदि बुक की है, तो पैकिंग से पहले ही अपने एयरलाइन के कस्टमर केयर से इसे लेकर बात कर लें।
Gas-filled Hair Curlers / Straighteners
Cordless कर्लर्स जो ब्यूटेन गैस से चलते हैं, इंडिया में भी काफी पॉपुलर हो रहे हैं। लेकिन ये बेहद ज्वलनशील होते हैं और ज्यादातर एयरलाइंस इन पर बैन लगा चुकी हैं, खासकर अगर उनके पास सेफ्टी कैप ना हो।
E-cigarettes / Vapes
इन डिवाइसेज में लिथियम बैटरी और लिक्विड दोनों होते हैं, जो आग लगने का खतरा पैदा कर सकते हैं। साथ ही कई देशों में इनका यूज या कैरी करना गैरकानूनी भी है। फ्लाइट में इन्हें कैरी करना अलाउड है, लेकिन सख्त कंडिशन्स के साथ, ना यूज कर सकते हो, ना चार्ज।
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Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी