ग्लोबल ई-कॉमर्स और टेक कंपनी Amazon ने भारत में 15 अरब डॉलर का अतिरिक्त इनवेस्टमेंट करने की योजना बनाई है। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव Andy Jassy ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हुई मीटिंग में यह जानकारी दी है। इसके साथ ही देश में एमेजॉन का कुल इनवेस्टमेंट बढ़कर 26 अरब डॉलर हो जाएगा।
मोदी और जेसी ने भारतीय स्टार्टअप्स को मदद करने और रोजगार बढ़ाने जैसे मुद्दों पर बातचीत की। इससे पहले
एमेजॉन की क्लाउड कंप्यूटिंग यूनिट एमेजॉन वेब सर्विसेज (AWS) ने कहा था कि वह 2030 तक भारत में 1.06 लाख करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट करेगी। मोदी ने अमेरिका के दौरे के अंतिम दिन टेक सेक्टर के कुछ अमेरिकी और भारतीय एग्जिक्यूटिव्स के साथ मुलाकात की। इनमें Apple के चीफ Tim Cook, Google के CEO, Sundar Pichai और ग्लोबल सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft के चीफ Satya Nadella शामिल थे। मोदी ने इन ग्लोबल कंपनियों से 'मेक इन इंडिया' में योगदान देने की अपील की है।
हाल ही में Amazon ने भारत में अपनी Prime सर्विस के मासिक और तिमाही प्लान के
प्राइसेज बढ़ाए थे। हालांकि, वार्षिक सब्सक्रिप्शन प्लान का प्राइस नहीं बढ़ाया गया है। कस्टमर्स को Amazon Prime की वार्षिक मेंबरशिप के लिए पहले की तरह 1,499 रुपये चुकाने होंगे। इस सर्विस के मासिक और तिमाही मेंबरशिप के प्राइसेज क्रमशः 120 रुपये और 140 रुपये बढ़ाए गए हैं। इसके मासिक सब्सक्रिप्शन प्लान का प्राइस सबसे अधिक 67 प्रतिशत बढ़ा है।
Amazon के सपोर्ट पेज पर दी गई जानकारी के अनुसार, एमेजॉन प्राइम का मासिक सब्सक्रिप्शन प्राइस बढ़कर 299 रुपये और तिमाही प्लान का प्राइस 599 रुपये हो गया है। पहले इनकी कॉस्ट क्रमशः 179 रुपये और 459 रुपये की थी। इसका मतलब है कि मासिक प्लान लगभग 67 प्रतिशत और तिमाही प्लान लगभग 31 प्रतिशत महंगा हुआ है। हालांकि, कंपनी ने वार्षिक मेंबरशिप की कॉस्ट नहीं बढ़ाई है और इसके लिए पहले की तरह 1,499 रुपये देने होंगे। इन सब्सक्रिप्शन प्लान की अवधि का इनके साथ मिलने वाले बेनेफिट्स पर असर नहीं पड़ेगा। यूजर्स को बिना किसी न्यूनतम ऑर्डर वैल्यू के एक से दो दिन में प्रोडक्ट्स की डिलीवरी मिल सकेगी। इसके साथ ही यूजर्स को Prime Video, Prime Music और Prime Reading का एक्सेस भी मिलेगा।