Airtel कर्मचारी विदेश में बैठे ठगों को मुहैया करवाते थे फर्जी नम्बर!

विदेश में बैठे ठग युवाओं को फेक जॉब का झांसा देते थे।

Airtel कर्मचारी विदेश में बैठे ठगों को मुहैया करवाते थे फर्जी नम्बर!

पुलिस ने फ्रॉड केस में Airtel के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।

ख़ास बातें
  • पुलिस ने Airtel के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है।
  • इंडोनेशिया और चीन से जुड़े ठगों को वर्चुअल फोन नम्बर देते थे।
  • ठग लोकल युवाओं को अपने जाल में फंसाने का काम करते थे।
विज्ञापन
इन दिनों ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि ठग अपने जाल में फंसाने के लिए फ्रॉड फोन नम्बरों को इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या हो अगर किसी नामी टेलीकॉम कंपनी ने कर्मचारी ही ये फ्रॉड फोन नम्बर जारी करते हों! 

गुरूग्राम में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें पुलिस ने Airtel के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप (via) है कि ये इंडोनेशिया और चीन से जुड़े ठगों को वर्चुअल फोन नम्बर उपलब्ध करवाते थे। उसके बाद ये ठग लोकल युवाओं को अपने जाल में फंसाने का काम करते थे। ये ठग युवाओं को फेक जॉब का झांसा देता था। उन्हें टास्क आधारित फ्रॉड निवेश के लिए फंसाते थे। 

गुरूग्राम में साइबरक्राइम के असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस, पीयूष धवन के अनुसार, साइबर क्राइम टीम द्वारा एक जॉइंट ऑपरेशन में नीरज वालिया और हेमंत नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों पर BNS के सेक्शन 318(4), 319 और 61(2) के तहत केस दर्ज किया है। 

दरअसल पुलिस को गुरूग्राम के ही एक लोकल के पास से एक कॉल मिली जिसमें शिकायत की गई कि एक लैंडलाइन नम्बर से पार्ट टाइम जॉब देने का झांसा दिया गया। कॉलर ने रिसीव करने वाले को पार्ट टाइम जॉब देने का ऑफर दिया जिसमें उसे होटलों के रिव्यू देना था। टास्क पूरा होने पर उसे 200 मिले। शुरुआत में कुछ राशि पीड़ित के अकाउंट में डाली गई। लेकिन बाद में उससे बड़ी रकम के साथ निवेश करने के लिए कहा गया। 

झांसे में आकर पीड़ित ने ठगों के खाते में और भी ज्यादा पैसे ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जैसा कि उससे वादा किया गया था, उसे बदले में बढ़ा हुआ पैसा कभी नहीं मिला। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि नीरज Airtel के लिए साइट वेरिफायर के तौर पर काम करता था और हेमंत उसका टीम लीडर था। उन्होंने घोटाले में इस्तेमाल किए गए लैंडलाइन नंबर को एकमदर्श सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जारी किया था, जो एक ऐसी कंपनी थी जो दिए गए पते पर पंजीकृत ही नहीं थी। इस नंबर का इस्तेमाल करके जालसाजों ने फर्जी नौकरी की पेशकश करके निवेश योजनाओं के बहाने लोगों को ठगने के लिए निशाना बनाया। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
Turbo Read

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 200 मेगापिक्सल कैमरा से लैस Vivo V60e लॉन्च, 6500mAh बैटरी के साथ ऐसे हैं फीचर्स
  2. BSNL की धमाकेदार वापसी! Airtel और Vi को पीछे छोड़ जोड़े सबसे ज्यादा यूजर्स, जानें Jio का हाल
  3. Motorola ने 50 मेगापिक्सल कैमरा, 7000mAh बैटरी के साथ Moto G06 Power किया लॉन्च, जानें फीचर्स और कीमत
  4. CCTV कैमरा हो सकता है मिनटों में हैक, ये छोटी से चूक गलत हाथों में भेज देगी आपकी निजी वीडियो
  5. कंपनियों का सीक्रेट राइटर निकला AI: 4 में से 1 प्रेस रिलीज अब इंसान नहीं, मशीन लिख रही है!
  6. Samsung Galaxy M07 vs Lava Bold N1 5G vs Vivo Y19e: ₹8000 में कौन सा फोन है बेस्ट
  7. दिवाली से पहले Flipkart Big Festive Dhamaka में मात्र 56 हजार में iPhone 16, 16 Pro, 16 Pro Max पर जबरदस्त डील
  8. फोन में इंटरनेट स्पीड बढ़ाने का ये तरीका नहीं होगा आपको मालूम, जानें
  9. iQOO Neo 11 में हो सकती है 7,500mAh की बैटरी, जल्द हो सकता है लॉन्च
  10. Apple के अगले CEO बन सकते हैं John Ternus, कंपनी के चीफ Tim Cook की हो सकती है रिटायरमेंट!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »