• होम
  • इंटरनेट
  • ख़बरें
  • दिल्ली एनसीआर में 1 हजार से ज्यादा ऑटो रिक्शा में लगाए जा रहे हैं सीट बेल्ट और पर्दे

दिल्ली-एनसीआर में 1 हजार से ज्यादा ऑटो रिक्शा में लगाए जा रहे हैं सीट बेल्ट और पर्दे

यात्री सीट बेल्ट और साइड में पर्दे लगाने के अलावा, रैपिडो का कहना है कि कंपनी अन्य सुरक्षा पहलों पर भी काम कर रही है जैसे कि अपने कैप्टनों को CPR और अन्य बुनियादी लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण देना।

दिल्ली-एनसीआर में 1 हजार से ज्यादा ऑटो रिक्शा में लगाए जा रहे हैं सीट बेल्ट और पर्दे
ख़ास बातें
  • Rapido 1,000 से अधिक ऑटो रिक्शा पर सीट बेल्ट लगा रहा है
  • ऑटो रिक्शा के दोनों ओर बारिश से बचाव के लिए पर्दे भी लगाए जाएंगे
  • इस स्कीम में दिल्ली, नोएडा के साथ ग्रेटर नोएडा के ऑटो रिक्शा भी शामिल
विज्ञापन
बेंगलुरु स्थित राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म रैपिडो (Rapido), दिल्ली-एनसीआर में 1,000 से अधिक ऑटो रिक्शा पर सीट बेल्ट लगाकर ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ाने का अहम कदम उठा रहा है। इसके अलावा, बारिश के मौसम में सुरक्षित यात्रा के लिए ऑटो के दोनों किनारों पर पर्दे लगाने का काम भी किया गया है। ऑटो रिक्शा के दोनों साइड खुले हुए होते हैं, जिससे बारिश के दौरान या तो बारिश का पानी सीधा अंदर आता है, या सड़कों पर इकट्ठा हुआ पानी अन्य वाहनों के जुगरने से ऑटो रिक्शा यात्रियों के ऊपर गिरता है।

TOI की रिपोर्ट के अनुसार, Rapido ने 1,000 से अधिक ऑटो रिक्शा पर सीट बेल्ट और दोनों किनारों पर पर्दा लगाने का काम किया है। दक्षिण दिल्ली (मालवीय नगर, साकेत, सरोजिनी नगर), नोएडा (सेक्टर 6 और कौशांबी मेट्रो), ग्रेटर नोएडा (नॉलेज पार्क), और गुरुग्राम (सेक्टर 30) जैसे प्रमुख क्षेत्रों में चल रहे कई ऑटो रिक्शा पर सीटबेल्ट और रेन कर्टेन लगा दिए गए हैं। 1,000 ऑटो का लक्ष्य पूरा होने तक इस पहल का अन्य क्षेत्रों में विस्तार करने की तैयारी है।

निश्चित तौर पर ऑटो रिक्शा से यात्रा करने वालों के लिए यह अच्छी पहल है, क्योंकि बारिश के साथ-साथ अत्यधिक सर्दी, गर्मी और आंधी या तुफान के समय भी रिक्शा की सवारी करने वालों को दिक्कतों का समाना करना पड़ता है। वहीं, सीट बेल्ट से दुर्धटना के समय एक्स्ट्रा सिक्योरिटी की एक लेयर जुड़ती है। पहल शुरुआत में बेंगलुरु में शुरू की गई और उसके बाद हैदराबाद और दिल्ली में इसे शुरू किया गया।

सीट बेल्ट इंस्टालेशन को लागू करते हुए, Rapido आगे की सुरक्षा संवर्द्धन के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें अपने कैप्टनों को सीपीआर और अन्य आवश्यक जीवन समर्थन प्रशिक्षण प्रदान करना शामिल है।

यात्री सीट बेल्ट और साइड में पर्दे लगाने के अलावा, रैपिडो का कहना है कि कंपनी अन्य सुरक्षा पहलों पर भी काम कर रही है जैसे कि अपने कैप्टनों को CPR और अन्य बुनियादी लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण देना।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Auto rickshaw, Seat Belt
नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. iQOO Z10R में मिलेगा 50 मेगापिक्सल Sony IMX882 प्राइमरी कैमरा, भारत में अगले सप्ताह लॉन्च
  2. Lyne Originals ने लॉन्च किए Coolpods 11 TWS और स्मार्ट सेल्फी स्टिक्स 
  3. 65, 75 इंच वाले Mini LED TV भारतीय मार्केट में लॉन्च, जानें कीमत
  4. Tecno ने 3 बार फोल्ड होने वाला मोबाइल कॉन्सेप्ट किया पेश, जानें सबकुछ
  5. Nothing Phone 3 vs OnePlus 13 vs Samsung Galaxy S25 5G: कंपेरिजन देख जानें कौन है बेस्ट
  6. 47 हजार रुपये सस्ता हुआ 50MP कैमरा, 4900mAh कैमरा वाला ये स्मार्टफोन, अब तक का सबसे तगड़ा ऑफर
  7. ChatGPT की तरह बोलने लगे हैं इंसान, स्टडी में हुआ खुलासा
  8. Apple के iPhone 17 Pro, iPhone 17 Pro Max में टाइटेनियम के बजाय हो सकता है एल्युमीनियम फ्रेम
  9. Samsung के ट्रिपल फोल्ड स्मार्टफोन में 9.96 इंच डिस्प्ले के साथ मिल सकती है सिलिकॉन कार्बन बैटरी
  10. Top Smartphones Under Rs 25,000: OnePlus Nord CE 5 से लेकर iQOO Z10 5G तक, ये हैं टॉप स्मार्टफोन!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »