Battlegrounds Mobile India ने प्लेयर्स को गेम के ओटीपी ऑथेंटिकेशन के बारे में जानकारी देने के लिए अपने सपोर्ट पेज को अपडेट किया है। पेज से पता चलता है कि प्लेयर्स को गेम में लॉग-इन करने के लिए OTP डालना होगा। इसके अलावा, यह भी पता चलता है कि यह OTP सिस्टम बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया में लॉग इन करने का एकमात्र तरीका होगा। इससे पहले PUBG Mobile में Facebook, Google Play या Guest अकाउंट के जरिए लॉग-इन करने के विकल्प मिलते थे। Battlegrounds Mobile India, पबजी मोबाइल का भारतीय वर्ज़न है और इसकी रिलीज डेट की जानकारी अभी भी पर्दे के पीछे रखी गई है।
दक्षिण कोरियाई डेवलपर KRAFTON ने Battlegrounds Mobile India का
सपोर्ट पेज अपडेट किया है, जिसके अनुसार, गेम में लॉग-इन करने के लिए "OTP" ऑथेंटिकेशन देना होगा। इसमें कई जानकारियां मुहैया कराई गई है, जैसे कि प्लेयर्स कितनी बार ओटीपी की मांग कर सकता है, ओटीपी की वैधता कितने समय तक रहेगी आदि। इससे पता चलता है कि गेम को खेलने के लिए प्लेयर्स को अपना फोन नंबर रजिस्टर कराना होगा और केवल OTP वेरिफाई करने बाद ही वे गेम खेलने में सक्षम होंगे, जिसका सीधा मतलब यह है कि गेम खेलने के लिए मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन जरूरी होगा।
Battlegrounds Mobile India की वेबसाइट में लिखा है कि एक यूज़र तीन बार 'वेरिफाई कोड' दर्ज कर सकता है, जिसके बाद यह काम नहीं करेगा। एक वेरिफिकेशन कोड पांच मिनट के लिए मान्य होगा और प्लेयर केवल 10 बार OTP रिक्वेस्ट कर सकता है, जिसके बाद वह 24 घंटे के लिए रिक्वेस्ट करने के लिए प्रतिबंधित हो जाएगा। एक फोन नंबर को अधिकतम 10 अकाउंट पर रजिस्टर किया जा सकता है।
PUBG Mobile को पिछले साल सितंबर में देश में बैन कर दिया गया था। जबकि बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया काफी हद तक समान बैटल रोयाल अनुभव देगा। हालांकि भारतीय प्लेयर्स के लिए इस गेम में कुछ छोटे बदलाव भी होंगे। पबजी मोबाइल में प्लेयर्स को फेसबुक और ट्विटर के साथ-साथ Google Play और Guest अकाउंट के जरिए लॉग-इन करने का विकल्प मिलता था।
यह PUBG Mobile से Battlegrounds Mobile India में डेटा माइग्रेशन के लिए कुछ चिंताएं पैदा करता है। यूं तो KRAFTON ने अभी तक आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है कि भारत में पबजी मोबाइल प्लेयर्स अपने डेटा को बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया में ट्रांस्फर कर सकेंगे या नहीं, लेकिन पबजी मोबाइल संबंधित कंटेंट पोस्ट करने वाले GodNixon ने अपने YouTube
चैनल पर एक वीडियो डालते हुए कहा कि इसकी काफी अधिक संभावना होगी कि प्लेयर्स ऐसा करने में सक्षम होंगे। लेकिन अब, जब लॉग-इन करने का तरीका अलग प्रतीत होता है, तो ऐसे में यह स्पष्ट नहीं है कि डेटा माइग्रेशन अभी भी हो सकेगा या नहीं। ऐसा भी हो सकता है कि OTP के जरिए लॉग-इन करने वाले विकल्प के अलावा गेम में पबजी मोबाइल में शामिल विकल्पों को भी बरकरार रखा जाए।