• होम
  • गेमिंग
  • ख़बरें
  • मोबाइल गेम नहीं खेलने देने पर बेटे ने मां की हत्या की, रूम फ्रेशनर्स से 2 दिन तक बदबू को कम करता रहा

मोबाइल गेम नहीं खेलने देने पर बेटे ने मां की हत्या की, रूम फ्रेशनर्स से 2 दिन तक बदबू को कम करता रहा

शुरुआत में लड़के ने मनगढ़ंत कहानी बताई और अपने पिता को कहा कि महिला को घर पर किसी काम से आए एक बिजली के मिस्त्री ने गोली मार दी थी। बच्चे के पिता आर्मी में हैं और वर्तमान में पश्चिम बंगाल में तैनाती है।

मोबाइल गेम नहीं खेलने देने पर बेटे ने मां की हत्या की, रूम फ्रेशनर्स से 2 दिन तक बदबू को कम करता रहा

मोबाइल गेम बच्चे के दिमाग पर गहरा असर डालते हैं।

ख़ास बातें
  • मोबाइल गेम बच्चे के दिमाग पर गहरा असर डालते हैं।
  • बच्चे ने पुलिस को भी वही झूठी कहानी सुनाई।
  • मोबाइल गेम को लेकर चिंता बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही है।
विज्ञापन
आज के युवाओं में मोबाइल गेम का बहुत ज्यादा फितूर चढ़ा हुआ है। हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक 16 वर्षीय लड़के ने अपनी मां को मोबाइल गेम खेलने से रोकने के बाद मौत के घाट उतार दिया। लखनऊ पुलिस का कहना है कि बच्चे ने रविवार की सुबह अपने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से अपनी मां को गोली मार दी। बच्चे की अपनी मां के साथ इस गेम को अक्सर तीखी बहस होती थी, जिसके बाद भी वह गेम खेलता था।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सिर में गोली लगी महिला की कुछ ही देर बाद मौत हो गई थी। फिर उसने अपनी मां के मृत शरीर को छिपाया। और दो दिन तक घर पर अपनी 9 साल की बहन के साथ रहा। पुलिस ने कहा कि लड़के ने मृत शरीर से आने वाली गंध को छिपाने के लिए घर में रूम फ्रेशनर छिड़का।  उसके बाद लड़के ने फिर अपनी बहन को उस अपराध के बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी दी थी। 

शुरुआत में लड़के ने मनगढ़ंत कहानी बताई और अपने पिता को कहा कि महिला को घर पर किसी काम से आए एक बिजली के मिस्त्री ने गोली मार दी थी। बच्चे के पिता आर्मी में हैं और वर्तमान में पश्चिम बंगाल में तैनाती है।

लखनऊ के एक सीनियर पुलिस ऑफिस एसएम कासिम आबिदी ने कहा कि ''बच्चे ने पुलिस को भी वही झूठी कहानी सुनाई, लेकिन पुलिस ने जांच कर पाया कि यह पूरी तरह से मनगढ़ंत थी। उसके बाद पुलिस ने लड़के को हिरासत में लिया।" जब पुलिस ने बाद में पूछताछ की तो उसके बाद लड़के अपना अपराध कबूला। आबिदी ने कहा कि आगे की जांच जारी है।

मोबाइल गेम को लेकर चिंता बहुत ज्यादा बढ़ती जा रही है, ये मोबाइल गेम बच्चे के दिमाग पर गहरा असर डालते हैं। वहीं कई हिंसक गेम बच्चों को हिंसा करने पर उतारू कर सकते हैं। पहले भी देश की सरकार ने कई मोबाइल गेम पर प्रतिबंध लगाया था। ऐसा लगता है कि अब सरकार को इस प्रकार के गेम्स पर पर ध्यान देना चाहिए। वहीं अभिभावकों को भी अपने बच्चें के लाइफस्टाइल पर नजर रखनी चाहिए कि वह इंटरनेट पर क्या करते हैं और किस प्रकार के दोस्तों के साथ उठते बैठते हैं।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Mobile Game, Murder, Uttar Pradesh
साजन चौहान

साजन चौहान Gadgets 360 में सीनियर सब एडिटर हैं। उन्हें विभिन्न प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. जापान की Sony का भारत में तेजी से बढ़ा बिजनेस, 1 अरब डॉलर का हासिल कर सकती है रेवेन्यू
  2. भारत में विकीपीडिया की बढ़ी मुश्किल, कंटेंट, पक्षपात को लेकर सरकार ने दिया नोटिस
  3. अक्टूबर 2024 में बिक्री के मामले में टॉप 5 कार ब्रांड्स में Toyota, Mahindra और MG Motor शामिल, लेकिन Maruti Suzuki...
  4. Red Magic 10 Pro में होगा फुल स्क्रीन 1.5K BOE OLED डिस्प्ले 
  5. Xiaomi ने लॉन्च किया 180 दिन की बैटरी लाइफ वाला क्यूट लुकिंग सोप डिस्पेंसर, जानें कीमत
  6. रॉयल एनफील्ड ने पेश की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Flying Flea C6
  7. IPL 2025 Mega Auctions: जानें IPL के लिए कब शुरू होगी प्लेयर्स की बोली, कहां देख सकते हैं लाइव?
  8. Samsung के Galaxy S25+ में मिल सकता है Exynos 2500 SoC, जल्द लॉन्च की तैयारी
  9. BSNL Live TV vs JioTV+ : क्‍या फर्क है बीएसएनल लाइव टीवी और जियो टीवी प्‍लस में? जानें
  10. Reliance Jio की IPO लाने की तैयारी, 100 अरब डॉलर से ज्यादा का वैल्यूएशन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »