Citroen e-C3 को हाल ही में G-NCAP में टेस्ट किया गया और आपको जानकर हैरानी होगी कि इलेक्ट्रिक कार को बेहद खराब नंबर्स हासिल हुए। यहां तक कि G-NCAP ने इस EV के टेस्ट को व्यक्त करने के लिए Appalling (हिंदी में 'भयावह') जैसे शब्द का इस्तेमाल किया। Citoren e-C3 को भारत में बनाया जा रहा है और कंपनी का प्लान इसे यहां से बाहर एक्सपोर्ट करने का भी है। Citroen ने बताया है कि मेड-इन-इंडिया e-C3 को अब इंडोनेशिया में एक्सपोर्ट किया जाना शुरू हो गया है। बता दें कि G-NCAP में Stellantis की इस इलेक्ट्रिक कार को एडल्ट सेफ्टी कैटेगरी में
शून्य-स्टार रेटिंग और चाइल्ड ऑक्यूपेंट सेफ्टी कैटेगरी में सिंगल स्टार मिला है।
Citroen e-C3 ने अंतरराष्ट्रीय मार्केट में स्थानीय रूप से निर्मित इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) का निर्यात शुरू कर दिया है। भारत में निर्मित e-C3 का पहला बैच हाल ही में इंडोनेशिया भेजा गया। Stellantis India के सीईओ और एमडी, आदित्य जयराज ने इस मौके पर कहा, "भारत न केवल एक रणनीतिक बाजार है, बल्कि स्टेलंटिस समूह के भीतर वाहनों, कंपोनेट और मोबिलिटी टेक्नोलॉजी के लिए एक प्रमुख सोर्सिंग केंद्र भी है।"
प्योर-इलेक्ट्रिक e-C3 के अलावा, Citroen आसियान और अफ्रीकी बाजारों में पेट्रोल वर्जन को भी निर्यात करता है। Citroen e-C3 में 29.2 kWh बैटरी पैक मिलता है, जो कंपनी के दावे अनुसार, 320 किमी की ARAI-प्रमाणित रेंज निकालता है। इसकी फ्रंट माउंटेड इलेक्ट्रिक मोटर 56 बीएचपी और 143 एनएम जनरेट करती है।
कार 6.8 सेकंड में 0-60 किमी/घंटा की दावा की गई रफ्तार पकड़ने में सक्षम है और इसकी टॉप स्पीड 107 किमी/घंटा बताई गई है। यह 57 मिनट में फास्ट चार्ज हो सकती है। Citroen e-C3 में ESP नहीं मिलता है। इसमें स्टैंडर्ड रूप से दो एयरबैग्स शामिल हैं।