देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की लोकप्रियता बढ़ रही है। पिछले महीने EV की सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 28.60 प्रतिशत बढ़कर 1,80,238 यूनिट्स की रही है। इसमें इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स की सेल्स में बढ़ोतरी का बड़ा योगदान है। इस मार्केट में जल्द अमेरिकी EV मेकर Tesla भी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री शुरू कर सकती है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के
डेटा के अनुसार, जून में इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल की सेल्स 13,178 यूनिट्स की रही है। EVs के कुल मार्केट में इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स की हिस्सेदारी बढ़कर 4.4 प्रतिशत हो गई है। पिछले वर्ष जून में यह आंकड़ा 2.5 प्रतिशत का था। इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर की जून में सेल्स 60,559 यूनिट्स की रही है। पिछले वर्ष के इसी महीने यह में 52,302 यूनिट्स की थी। जून में EVs की कुल सेल्स में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स की हिस्सेदारी बढ़कर 60.2 प्रतिशत पर पहुंच गई।
पिछले महीने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की रिटेल सेल्स 31 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 1,05,355 यूनिट्स की रही है। पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 80,003 यूनिट्स की थी। इलेक्ट्रिक कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स बढ़कर 1,146 यूनिट्स पर पहुंच गई। यह पिछले वर्ष के जून की तुलना में 122.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। FADA के प्रेसिडेंट, C S Vigneshwar ने बताया कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के सभी सेगमेंट में बिक्री बढ़ी है। इसके पीछे बड़ा कारण PM e-Drive Scheme है। इस स्कीम का उद्देश्य इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का दायरा बढ़ाना और इन्हें अफोर्डेबल बनाना है।
दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मार्केट भारत में इमिशन से जुड़े नॉर्म्स को सख्त बनाया जा रहा है। केंद्र सरकार की योजना 2030 तक कारों की कुल बिक्री में EVs की हिस्सेदारी बढ़ाकर लगभग 30 प्रतिशत करने की है। इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल्स के मार्केट में Tata Motors की बड़ी हिस्सेदारी है। हाल ही में
टाटा मोटर्स ने अपनी लोकप्रिय SUV Harrier का इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च किया है। Harrier EV में कुछ नए फीचर्स के साथ ही नेक्स्ट-जेनरेशन टेक्नोलॉजी भी दी गई है। इसकी MIDC रेंज लगभग 627 किलोमीटर की है। हैरियर इलेक्ट्रिक का शुरुआती प्राइस लगभग 21.49 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) का है। टाटा मोटर्स ने EV के सेगमेंट के लिए बड़ी योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी अगले पांच वर्षों में 35,000 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करेगी।