क्रिप्टो को अन्य एसेट्स के समान रेगुलेटरी दायरे में लाएगा अमेरिका

अमेरिका में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लिए कानूनी ढांचा वैसा ही हो सकता है जो सामान्य एसेट्स के लिए लागू है

विज्ञापन
राधिका पाराशर, अपडेटेड: 5 मई 2022 11:16 IST
ख़ास बातें
  • ब्लॉकचेन इंडस्ट्री के विभिन्न हिस्सों को कुछ ग्रुप में बांटा जाएगा
  • क्रिप्टो बिल के ड्राफ्ट पर संबंधित पक्षों से फीडबैक मांगा गया है
  • कुछ अन्य देश भी क्रिप्टो सेगमेंट के लिए कानून बनाने पर काम कर रहे हैं

Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को कमोडिटीज के समान माना जा सकता है

अमेरिकी सीनेटर Cynthia Lummis क्रिप्टो का पक्ष लेने वाले एक रेगुलेटरी फ्रेमवर्क पर काम कर रही हैं जिससे अमेरिका के क्रिप्टो कानूनों का आधार बनेगा। अमेरिका में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लिए कानूनी ढांचा वैसा ही हो सकता है जो सामान्य एसेट्स के लिए लागू है। Lummis ने इसके ड्राफ्ट में Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को कमोडिटीज के जैसा मानने का सुझाव दिया है। 

रिपब्लिकन पार्टी की सीनेटर Lummis के सुझाव में क्रिप्टो सेगमेंट की ग्रोथ में कोई रुकावट डाले बिना इसे सरकारी अधिकार क्षेत्र के तहत लाना शामिल है। उन्होंने एक मीडिया ऑर्गनाइजेशन को दिए इंटरव्यू में क्रिप्टो बिल के ड्राफ्ट से जुड़ी कुछ जानकारी का खुलासा किया। उन्होंने बताया, "इसे सामान्य एसेट्स को मैनेज और रेगुलेट करने के फ्रेमवर्क के तहत काम करने वाला बनाया गया है। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन एक कमोडिटी है और इस वजह से यह ट्रेडिंग और स्पॉट मार्केट और फ्यूचर्स मार्केट के उद्देश्यों के लिए कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन के तहत आएगा। अगर कोई चीज सिक्योरिटीज जैसी होती है तो वह सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन के दायरे में होगी।" 

ब्लॉकचेन इंडस्ट्री के विभिन्न हिस्सों को कुछ ग्रुप में बांटा जाएगा। इनकी जिम्मेदारी अमेरिका में पहले से काम कर रही संबंधित कमेटियों को दी जा सकती है। Lummis ने बताया, "हम इसे एक साथ प्रस्तुत करेंगे जिससे लोग यह समझ सकें कि कमोडिटीज से जुड़े हिस्से कैसे सिक्योरिटीज के हिस्सों, स्टेबल कॉइन्स और संभावित CBDC के साथ काम करते हैं।" 

हालांकि, नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) की कैटेगरी को लेकर अमेरिका में भ्रम की स्थिति है। NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता। Lummis ने क्रिप्टो बिल के ड्राफ्ट पर संबंधित पक्षों से फीडबैक मांगा है जिससे इसमें क्रिप्टो इंडस्ट्री से जुड़ी फर्मों और इनवेस्टर्स के हितों का ध्यान रखा जा सके। कुछ अन्य देश भी क्रिप्टो सेगमेंट के लिए कानून बनाने पर काम कर रहे हैं। इससे इस सेगमेंट में फ्रॉड के मामलों को कम करने में भी मदद मिलेगी।  
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: America, Regulation, Crypto, Law, Investors, Bitcoin, Bill

राधिका पाराशर के पास Gadgets 360 में ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. WWDC 2025 : AirPods में मिलेगा कैमरा कंट्रोल और स्लीप डिटेक्शन फीचर!
#ताज़ा ख़बरें
  1. WWDC 2025 : AirPods में मिलेगा कैमरा कंट्रोल और स्लीप डिटेक्शन फीचर!
  2. Android कंपनियों को देना होगा 5 साल तक अपडेट, नए नियम से भारतीयों को भी फायदा?
  3. 14 हजार रुपये गिरी 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी वाले Samsung स्मार्टफोन की कीमत
  4. फीचर फोन यूजर्स भी कर सकेंगे UPI पेमेंट्स, PhonePe जल्द लाएगा नया ऐप!
  5. Huawei Band 10 भारत में लॉन्च, AMOLED स्क्रीन और 14 दिन की बैटरी के साथ; जानें कीमत
  6. iQOO Z10 Lite 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, 6,000mAh की बैटरी
  7. Oppo की K13x 5G के लॉन्च की तैयारी, 6,000mAh हो सकती है बैटरी
  8. Google Chrome होगा अब तक सबसे तेज!, अब ज्यादा फास्ट होगा काम, बचेगा समय
  9. Elon Musk की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को भारत की हरी झंडी!
  10. Fairphone 6 का डिजाइन और प्राइस लीक, मॉड्यूलर स्मार्टफोन जल्द हो सकता है लॉन्च
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.