पिछले कुछ महीनों में देश में क्रिप्टो से जुड़ी फर्मों पर सख्ती बढ़ी है। इन फर्मों के लिए विशेष रूल्स का पालन करना अनिवार्य करना जरूरी बनाया गया है। इन रूल्स का पालन करने में नाकाम रहने के कारण क्रिप्टो एक्सचेंज OKX ने देश के क्रिप्टो सेगमेंट से बाहर निकलने का फैसला किया है।
OKX का हेडक्वार्टर सेशेल्स में है। इसने अपने कस्टमर्स को 30 अप्रैल तक अपने एकाउंट्स को बंद करने की सलाह दी है। पिछले वर्ष OKX देश के
क्रिप्टो मार्केट में एंट्री की थी। इसने अपने कस्टमर्स को एक नोटिस में बताया है, "देश के रेगुलेशंस के कारण आपको सभी मार्जिन पोजिशंस के साथ ही अन्य पोजिशंस को समेटना होगा। आपके एकाउंट में फंड आपके इसे विड्रॉ करने तक सुरक्षित और उपलब्ध रहेगा।" पिछले वर्ष दिसंबर में फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने नौ विदेशी क्रिप्टो फर्मों को कारण बताओ नोटिस जारी कर यह प्रमाण देने के लिए कहा था कि वे देश के सभी रूल्स का पालन कर रही हैं। इन फर्मों में Binance, Kucoin, Huobi, Bitstamp, Kraken, Gate.io, Bittrex, MEXC और Bitfinex शामिल थी।
क्रिप्टो सेगमेंट को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। हाल ही में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण ने कहा था, "सरकार का हमेशा यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स को ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" अमेरिका में
बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। इस महीने की शुरुआत में बिटकॉइन का प्राइस भी 73,700 डॉलर से अधिक पर गया था जो इसका हाई प्राइस है।
इसके साथ ही Ether और अन्य क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज बढ़े हैं। कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा है कि ट्रांजैक्शंस में आसानी की वजह से स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टो सेगमेंट की ओर हो सकता है। क्रिप्टो सेगमेंट को कुछ बड़े देशों के नेताओं के साथ ही इनवेस्टर्स से भी बढ़ावा मिल रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत पर जोर दिया था।