दुबई में भी चलेगा भारत का ई-रूपी, क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit ने किया इंटीग्रेशन

दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit ने बताया कि ई-रूपी के लिए सपोर्ट को लेकर उसे भारतीय मर्चेंट्स से निवेदन मिले थे

विज्ञापन
Written by राधिका पाराशर, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 1 अगस्त 2024 21:47 IST
ख़ास बातें
  • ByBit का दावा है कि वह दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है
  • इस एक्सचेंज के यूजर्स की संख्या 3.7 करोड़ से अधिक की है
  • क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ट्रेडिंग पर असर पड़ा है

ByBit की P2P ट्रांजैक्शंस से मर्चेंट्स को रुपये में पेमेंट्स स्वीकार करने की सुविधा मिलेगी

भारत के डिजिटल रुपये (ई-रूपी) को दुबई में भी स्वीकार किया जाएगा। दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit ने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी ( CBDC) eRupee का अपनी पीयर-टु-पीयर (P2P) ट्रांजैक्शन सर्विस के लिए इंटीग्रेशन करने की घोषणा की है। ByBit ने बताया कि ई-रूपी के लिए सपोर्ट को लेकर उसे भारतीय मर्चेंट्स से निवेदन मिले थे। 

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से जारी की गई इस डिजिटल करेंसी से रुपये में ट्रेड करने वाले मर्चेंट्स को डिजिटल ट्रांजैक्शंस की प्रोसेसिंग सुरक्षित होने का विश्वास है। ByBit की P2P ट्रांजैक्शंस से मर्चेंट्स को रुपये में पेमेंट्स स्वीकार करने की सुविधा मिलेगी। इससे उनके बैंक एकाउंट्स को सायबर अपराधियों के निशाना बनाने का जोखिम कम हो जाएगा। ByBit ने कहा, "हमारे INR यूजर्स के लिए डिजिटल रूपी में पेमेंट का विकल्प शुरू कर हम उत्साहित हैं। इससे प्रत्येक ट्रांजैक्शन में विश्वसनीयता बढ़ेगी। इससे बड़ी संख्या में मर्चेंट्स के इस प्लेटफॉर्म पर आने की उम्मीद है।" 

इस एक्सचेंज की शुरुआत 2018 में हुई थी। ByBit का दावा है कि वह ट्रेडिंग वॉल्यूम के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है। इसके यूजर्स की संख्या 3.7 करोड़ से अधिक की है। P2P पेमेंट्स में एक्सचेंज के वॉलेट में सेलर क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर पेमेंट को जमा करता है। इसके बार सेलर एसेट का एक सेल प्राइस तय करता है। अगर बायर उस प्राइस को स्वीकार करता है तो एक्सचेंज पर डील हो जाती है। इसके बाद बायर सेलर के बैंक एकाउंट में सीधे पेमेंट भेजता है। इस प्रकार से P2P ट्रांजैक्शन पूरी हो जाती है। सेलर की ओर से एक्सचेंज को यह पुष्टि भी की जाती है कि उसे रकम प्राप्त हो गई है, जिसके बाद एक्सचेंज बायर को क्रिप्टोकरेंसी देता है। 

क्रिप्टो एक्सचेंज Giottus के को-फाउंडर, Arjun Vijay ने बताया कि 2018 में RBI ने सर्कुलर जारी कर क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बैंकों के साथ ट्रांजैक्शन करने को लेकर रोक लगाई थी। इसके बाद क्रिप्टो एक्सचेंजों ने इस P2P सिस्टम को शुरू किया था। देश में क्रिप्टो से जुड़ी सभी फर्मों के लिए फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) के पास रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि ByBit ने यह रजिस्ट्रेशन कराया है या नहीं। पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी का सेगमेंट तेजी से बढ़ा है। 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
#ताज़ा ख़बरें
  1. Ola Electric ने लॉन्च किया S1 Pro Sport, जानें प्राइस, रेंज
  2. Oppo K13 Turbo Pro की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  3. Google Search में AI मोड भारत में हुआ शुरू, जानें कैसे करें उपयोग
  4. Flipkart Freedom Sale: 7 हजार रुपये सस्ता मिल रहा Google का पिक्सल फोन
  5. Lava Blaze AMOLED 2 5G vs iQOO Z10 Lite 5G vs Moto G45 5G: 15 हजार में कौन है बेस्ट
  6. घर के बाहर कूड़े का ढेर लगा है या गंदे हैं सार्वजिक शौचालय तो इस सरकारी ऐप पर करें रिपोर्ट, जल्द मिलेगा समाधान
  7. प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देगी BSNL, सरकार से मिलेंगे 47,000 करोड़ रुपये
  8. Honor X7c 5G अगले सप्ताह होगा भारत में लॉन्च, 5,200mAh की बैटरी
  9. 79th Independence Day: सुबह 7:30 बजे शुरू होगा समारोह, मोबाइल, टीवी, लैपटॉप पर ऐसे देखें LIVE
  10. Xiaomi ने लॉन्च किया अपना पहला AI ट्रैकिंग वाला इंडोर जूम सिक्टयोरिटी कैमरा, जानें कीमत
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.