जुलाई 2020 और जून 2021 के बीच मध्य और दक्षिणी एशिया और Oceania (CSAO) में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में 706 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यहां क्रिप्टो मार्केट वैल्यू 572.5 बिलियन डॉलर (लगभग 42,62,844 करोड़ रुपये) तक पहुंच गई। ये क्षेत्र दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते क्रिप्टो बाजारों के रूप में उभरे हैं। जिसमें एशिया में टॉप तीन देश शामिल हैं, क्रमशः वियतनाम, भारत और पाकिस्तान। इन देशों में पिछले एक वर्ष में तेजी से क्रिप्टो विस्तार हुआ है। मार्केट रिसर्च फर्म Chainalysis की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, CSAO देशों में जमीनी स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी को अपनाया जा रहा है।
भारत ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में दूसरे स्थान पर है। देश में क्रिप्टो ट्रांजेक्शन का 42 प्रतिशत हिस्सा रहा जिसकी वैल्यू 10 मिलियन डॉलर (लगभग 74 करोड़ रुपये) से अधिक रही। Chainalysis के अनुसार,
क्रिप्टोकरेंसी में बड़े फंड की पेमेंट करने का ट्रेंड इस बात की ओर इशारा करता है कि CSAO क्षेत्र के कई देशों में स्मार्ट मनी अपनाने का ट्रेंड बढ़ रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “दो चीजें सामने आती हैं: एक यह है कि भारत और वियतनाम के बाजार पाकिस्तान की तुलना में बहुत बड़े हैं। दूसरी बात यह है कि भारत में DeFi प्लैटफॉर्म पर होने वाली एक्टिविटी में भारत का हिस्सा 59 प्रतिशत है। यह वियतनाम के 47 प्रतिशत और पाकिस्तान के 33 प्रतिशत की तुलना में काफी बड़ा है।"
इनमें पाकिस्तान ने सबसे अधिक 711 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जो भारत के 641 प्रतिशत से काफी आगे है।
क्रिप्टो माइनिंग, एक्सचेंज प्लेटफॉर्म और गैम्बलिंग ऐप्स ने क्रिप्टो की ओर रुझान बढाया है। साथ ही क्रिप्टो स्पेस में दूसरे रूप में भी गैर कानूनी गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हुई जो इसके विकास का भी कारण बनी हैं।
क्रिप्टो एक्टिविटी पर रूस और चीन ने भले ही बैन लगा दिया मगर कुछ देश भविष्य के फाइनेंशिअल सिस्टम का पता लगाने के लिए काफी उत्साह में हैं। यह काफी तेजी से हो रहा है और यह किसी भी बैंक द्वारा रेगुलेटेड नहीं है।
उदाहरण के लिए, अफ्रीका ने पिछले एक साल में अपने क्रिप्टो मार्केट में 1,200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जैसा कि Chainalysis की एक अलग
रिपोर्ट ने सितंबर में पहले दावा किया था। जुलाई 2020 और जून 2021 के बीच केन्या, नाइजीरिया, तंजानिया और दक्षिण अफ्रीका में क्रिप्टो मार्केट 105.6 बिलियन डॉलर (लगभग 775 करोड़ रुपये) की वैल्यू तक पहुंच गई। सेंट्रल, नॉर्थ और वेस्ट यूरोप का क्षेत्र दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो इकोनॉमी बन गया है। जुलाई 2020 और जून 2021 के बीच इस क्षेत्र में 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 74,46,016 करोड़ रुपये) से अधिक के ट्रांजेक्शन हुए।