हैदराबाद पुलिस ने Crypto इनवेस्टर्स को कहा- 'सावधान'!

एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस शिखा गोयल ने कहा कि इन्वेस्टर्स अनजान और अनॉथराइज्ड वॉलेट्स में अपने एसेट्स को ट्रांसफर नहीं करें

हैदराबाद पुलिस ने Crypto इनवेस्टर्स को कहा- 'सावधान'!

हाल ही की रिपोर्ट बताती है कि चाइनीज और नाइजीरियन स्कैमर भारत के क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को टारगेट कर रहे हैं।

ख़ास बातें
  • भारत में क्रिप्टो स्पेस काफी तेजी से फैल रहा है।
  • भारत में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
  • हाल ही में 16 क्रिप्टो इन्वेस्टर्स के साथ हुई थी 3.45 करोड़ की धोखाधड़ी।
विज्ञापन
हैदराबाद में Crime और SIT की एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस शिखा गोयल ने भारत के क्रिप्टो इनवेस्टर्स को सचेत किया है। उन्होंने कहा है कि इनवेस्टर्स अनजान और अनॉथराइज्ड वॉलेट्स में अपने एसेट्स को ट्रांसफर नहीं करें। उन्होंने एक जागरुकता कार्यक्रम में कहा कि Statista की रिसर्च के अनुसार भारत में 74 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हैं और यहां पर साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है। रिसर्च के अनुसार भारत में 10 करोड़ क्रिप्टो इनवेस्टर्स हैं। गोयल ने यह भी कहा कि देश में क्रिप्टो सेगमेंट तेजी से फैला है। इसने यहां पर साइबर अपराधियों का ध्यान भी खींचा है जो इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को अपना निशाना बनाते हैं। 

उन्होंने कहा, "साइबर क्रिमिनल आपसे क्रिप्टोकरेंसी की डिटेल्स बताने के लिए कहते हैं और जैसे ही आप वॉलेट में डिजिटल मनी ट्रांसफर करते हैं, वे उसे निकाल लेते हैं। अगर आप क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करते हैं या इसमें इनवेस्ट करने जा रहे हैं तो प्रतिष्ठित फर्मों के साथ ही डील करें।"

अपने ट्विटर हैंडल पर उन्होंने वीडियो पोस्ट कर इस सलाह को शेयर किया। इस महीने की शुरुआत में कई ऐसी रिपोर्ट आईं थीं जिनमें पता चलता है कि चाइनीज और नाइजीरियन स्कैमर भारत के क्रिप्टो इनवेस्टर्स को टारगेट कर रहे हैं। 

 गोयल ने कथित तौर पर कहा कि हाल ही में 16 क्रिप्टो इनवेस्टर्स के साथ धोखाधड़ी के मामले हुए हैं जिनमें उन्होंने कुल 3.45 करोड़ रुपये गंवा दिए। उनका कहना था, "क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर ज्यादा पाने के लालच में लोग अपने करोड़ों गंवा रहे हैं।" गोयल ने कहा कि एक बार खो जाने के बाद वर्चुअल करेंसी इसके असली मालिक तक वापस नहीं लाई जा सकती है। 

दिसंबर की शुरुआत में तेलंगाना सरकार ने क्रिप्टो एक्सचेंज CoinSwitch Kuber और इनोवेशन मैनेजमेंट फर्म Lomos Labs के साथ डील साइन की थी। यह डील एक ब्लॉकचेन एक्सीलरेटर प्रोग्राम को चलाने के लिए की गई थी। ऐसे आंत्रप्रेन्योर जो ब्लॉकचेन सेगमेंट में उतरना चाहते हैं इस प्रोग्राम के माध्यम से अवसरों, मेंटॉरशिप, टेक सपोर्ट और फंडिंग हासिल कर सकते हैं।  

भारत में अभी इस मुद्दे पर बहस चल रही है कि क्रिप्टोकरेंसी पर कौन से रेगुलेशन लगाए जाने चाहिएं। सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चिंता जताई है। सरकार का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल से इनवेस्टर्स के साथ धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग भी की जा सकती है। 

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

राधिका पाराशर

राधिका पाराशर के पास Gadgets 360 में वरिष्ठ संवाददाता की पोस्ट है। ये ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

विज्ञापन

© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »