रूस को लगा झटका, क्रिप्टो पेमेंट्स पर EU ने लगाया बैन

EU के रेगुलेटर्स का कहना है कि रूस के खिलाफ इन प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस की सेना और इंडस्ट्री को महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स की सप्लाई रोकना है

विज्ञापन
Written by राधिका पाराशर, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 7 अक्टूबर 2022 17:09 IST
ख़ास बातें
  • इसका उद्देश्य रूस की सेना को महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स की सप्लाई रोकना है
  • हाल ही में रूस के लोगों को विदेश में क्रिप्टो पेमेंट की अनुमति मिली थी
  • यूक्रेन को बहुत से देश सैन्य और वित्तीय मदद दे रहे हैं

यूक्रेन पर हमला करने के कारण रूस पर बहुत से देशों ने प्रतिबंध लगाए हैं

पिछले कई महीनों से चल रहे रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण बहुत से देशों पर असर पड़ रहा है। यूक्रेन पर हमला करने के कारण रूस पर बहुत से देशों ने प्रतिबंध भी लगाए हैं। यूरोपियन यूनियन (EU) ने भी इसी कड़ी में रूस से जुड़ी सभी क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शंस पर पूरी तरह बैन लगा दिया है। 

EU की ओर से की गई एक पोस्ट में बताया गया है, "क्रिप्टो एसेट्स पर मौजूदा बंदिशों को कड़ा किया गया है और रूस से जुड़े सभी क्रिप्टो वॉलेट्स, एकाउंट्स और कस्टडी सर्विसेज पर बैन लगाया गया है। इसके लिए रकम की कोई लिमिट नहीं होगी।" EU के रेगुलेटर्स का कहना है कि रूस के खिलाफ इन प्रतिबंधों का उद्देश्य रूस की सेना और इंडस्ट्री को महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स की सप्लाई रोकना है। हाल ही में रूस की सरकार ने विदेश में पेमेंट्स के लिए वर्चुअल डिजिटल एसेट्स का इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी। पिछले महीने रूस के डिप्टी फाइनेंस मिनिस्टर Alexei Moiseev ने कहा था कि सेंट्रल बैंक ने देश के लोगों को क्रिप्टोकरेंसीज का इस्तेमाल कर विदेश से पेमेंट्स लेने और भेजने की अनुमति पर सहमति दी है। 

Moiseev का कहना था, "सेंट्रल बैंक के साथ हमारी एक बिल पर सहमति बनी है। इसमें बताया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदना है, इसे कैसे खरीदा जा सकता है और इसे विदेश में पेमेंट्स के लिए इसका कैसे इस्तेमाल हो सकता है।" इससे पहले जुलाई में रूस की फाइनेंशियल मॉनिटरिंग एजेंसी Rosfinmonitoring ने बताया कि वह क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शंस को ट्रैक करने के लिए एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रही है। इससे देश के लोगों को वित्तीय जोखिमों से बचाने में मदद मिलेगी। हाल ही में रूस की Roskomnadzo मीडिया मॉनिटरिंग एजेंसी ने आरोप लगाया था कि OKX क्रिप्टो एक्सचेंज गलत वित्तीय जानकारी फैला रहा है और इससे लोगों को वित्तीय नुकसान हो सकता है।

यूक्रेन को इस युद्ध में अमेरिका सहित बहुत से देशों से मदद मिल रही है। उसकी कुछ एजेंसियों को क्रिप्टोकरेंसीज के तौर पर विदेश से वित्तीय मदद भी दी जा रही है। यूक्रेन को युद्ध में भारी नुकसान हो रहा है। उसने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए नाटो में शामिल देशों से हथियारों के साथ ही वित्तीय मदद भी मांगी है।  
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Russia, Ban, EU, Payments, NATO, weapons, Ukraine, Payment, Limit, America
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. 24 हजार रुपये सस्ता मिल रहा 16GB रैम, 100W चार्जिंग वाला OnePlus फ्लैगशिप फोन!
#ताज़ा ख़बरें
  1. 24 हजार रुपये सस्ता मिल रहा 16GB रैम, 100W चार्जिंग वाला OnePlus फ्लैगशिप फोन!
  2. 20 हजार mAh का पावर बैंक Baseus ने किया लॉन्च, 100W फास्ट चार्जिंग से लैस, जानें कीमत
  3. स्लो हो गया स्मार्टफोन? इन स्टेप्स से मिनटों में होगा फास्ट
  4. स्लो लैपटॉप हो जाएगा सुपरफास्ट! अपनाएं ये आसान स्टेप्स
  5. Tesla के अमेरिकी EV में नहीं होगा चाइनीज पार्ट्स का इस्तेमाल
  6. Vivo X300 सीरीज अगले महीने होगी भारत में लॉन्च, 200 मेगापिक्सल का कैमरा
  7. Poco Pad M1 में होगी 8 जीबी रैम, 12000mAh बैटरी, लॉन्च से पहले स्पेसिफिकेशंस लीक!
  8. एलन मस्क की कंपनी में जॉब! xAI में इंजीनियर्स की भर्ती, जानें कैसे करें अप्लाई
  9. 12 महीने तक 200 Mbps फास्ट इंटरनेट, Free OTT के साथ Excitel दे रही सबसे गजब प्लान
  10. BSNL ने कर दी मौज! 251 रुपये में 100GB डेटा, अनलिमिटिड कॉल, Free बेनिफिट्स वाला धांसू प्लान
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.