अमेरिकी अदालत ने 24 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति स्टीफन किन को हैज फंड घोटाले के मास्टर माइंड होने और लगभग 90 मिलियन डॉलर (लगभग 660 करोड़ रुपये) को सौ से अधिक लोगों से ठगने के आरोप में साढ़े सात साल जेल की सजा सुनाई है। साल 2017 में किन ने न्यूयॉर्क शहर में Virgil Sigma Fund एलपी नामक एक हेज फंड को शुरू किया था जहां निवेशक अपनी पसंद की क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए पैसा निवेश कर सकते थे। किन ने अमेरिकी अदालत को बताया कि उन्होंने "तेनजिन" (Tenjin) नाम के एक खास ट्रेडिंग एल्गोरिदम को विकसित किया जो एक एक्सचेंज पर क्रिप्टोकरेंसी की खरीद की सुविधा देकर दूसरे एक्सचेंजों में कीमतों में अंतर का लाभ उठाते हुए इसे ऊंची कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा सकता है।
2017 में उनके हेज फंड वर्जिल ने 500 प्रतिशत का एन्यूअल रिटर्न दिया था, जिसके बाद Wall Street Journal ने 2018 में किन पर एक प्रोफाइल भी लिखा था। Bloomberg की
रिपोर्ट के अनुसार अपने घोटाले को कामयाब बनाने के लिए किन ने निवेशकों को निवेश का एक सेफ स्पेस देने का झांसा दिया। उसने उनसे कहा कि उनके निवेश को क्रिप्टोकरेंसी की चढ़ती-गिरतों कीमतों से कोई खतरा नहीं होगा। फिर उसने अपने खुद के फायदे के लिए निवेशकों के उस पैसे का इस्तेमाल किया।
किन ने कथित तौर पर निवेशकों के पैसे का उपयोग अपने रोजमर्रा के खर्चे के लिए किया और उसी पैसे से उसने रीयल एस्टेट जैसी संपत्तियों में निवेश भी किया। जिनका निवेशकों से किए गए वादे के अनुसार
क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं था। अमेरिकी न्याय विभाग के
अनुसार किन ने नियमित रूप से अपने निवेशकों से झूठे अकाउंट स्टेटमेंट और फर्जी टैक्स डॉक्यूमेंट का उपयोग करके उनकी निवेश रकम की कीमत, जगह और स्टेटस के बारे में झूठ बोला था, जिसे उन्होंने तैयार किया और अपने निवेशकों के बीच बांट दिया।
2020 के अंत तक किन के निवेशकों को उसके इरादों पर शक होने लगा था और उन्होंने अपना निवेश वापस मांगना शुरू कर दिया था। उसके बाद यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने कथित तौर पर उनके फंड की क्रिप्टो संपत्ति को फ्रीज कर दिया, जिससे इस साल की शुरुआत में किन को सरेंडर करना पड़ा और फिर गिरफ्तार किया गया।
इस घोटाले में अपना पैसा गंवाने वाले कई निवेशक यह दावा करते हुए अदालत पहुंचे थे कि उन्होंने किन द्वारा की गई धोखाधड़ी में अपनी जीवन भर की बचत खो दी है। 24 साल के किन ने लोगों से किए गए धोखे पर शर्मिंदा होते हुए खुलासा किया कि वह कॉलेज के दिनों में जल्दी और आसानी से पैसा बनाने के इरादे से इस क्रिप्टो-स्पेस में आया था।