दुनिया भर में लोकप्रिय इंटरनेट सर्च इंजन Google पर इस वर्ष की गई सर्च में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की हाई रैंकिंग रही है। इसने क्रिप्टो, Bitcoin और Web3 से जुड़े कीवर्ड्स के जरिए की जाने वाली सर्च को पीछे छोड़ दिया है। इस वर्ष AI से जुड़े ChatGPT जैसे कीवर्ड्स को अधिक सर्च किया गया है।
क्रिप्टो से जुड़ी सर्च में दिलचस्पी कम होने का बड़ा कराण पिछले वर्ष इस मार्केट को लगे झटके हो सकते हैं। इनमें
क्रिप्टो एक्सचेंज FTX का दिवालिया होना और Terra और Luna का प्राइस बहुत अधिक गिरना शामिल हैं। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल बनाया था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा था। पिछले महीने के अंत में क्रिप्टो एक्सचेंज Binance को अमेरिका में एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इस वजह से Binance पर 4.3 अरब डॉलर का जुर्माना लगा था। इसके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, Changpeng Zhao ने इस्तीफा देने की घोषणा की थी। इससे क्रिप्टो मार्केट को बड़ा झटका लगा था।
हालांकि, पिछले कुछ महीनों में बिटकॉइन के प्राइस में रिकवरी होने से इस सेगमेंट से जुड़ी सर्च में बढ़ोतरी हो सकती है। बिटकॉइन का प्राइस 42,000 डॉलर से कुछ अधिक का है। CoinTelegraph की रिपोर्ट में Google Trends के डेटा के हवाले से बताया गया है कि पिछले कुछ वर्षों में गूगल पर क्रिप्टो से जुड़ी सर्च की भरमार थी। हालांकि, पिछले वर्ष की दूसरी छमाही में ये सर्च कम हो गई थी और इसकी जगह AI ने ले ली थी। AI को लेकर वियतनाम, चीन, फिलिपींस और म्यांमार से सबसे अधिक सर्च हुई है।
गूगल पर AI से जुड़ी सर्च का स्कोर 91 रहा है, जबकि बिटकॉइन को लेकर हुई सर्च का स्कोर 100 में से केवल 22 है। हालांकि, क्रिप्टो कम्युनिटी से जुड़े मेंबर्स इसे लेकर चिंतित नहीं है क्योंकि उनका मानना है कि क्रिप्टो में दिलचस्पी रखने वालों को इसके बारे में पहले से काफी जानकारी है, जबकि AI एक नया टॉपिक होने की वजह से इसके बारे में लोग जानना चाहते हैं। इस वर्ष जून में गूगल सर्च पर क्रिप्टो से जुड़े कीवर्ड्स घटकर 29 महीने के निचले स्तर पर चले गए थे।