अमेरिका में प्रेसिडेंट Donald Trump के टैरिफ से जुड़े फैसलों का क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर पड़ा है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के प्राइस में बुधवार को दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट थी। बिटकॉइन के लिए 80,000 डॉलर पर महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस है।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 77,050 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में छह प्रतिशत से अधिक का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 1,474 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana, Polkadot, Cardano, Stellar, XRP और Tron में नुकसान था। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन पांच प्रतिशत घटकर लगभग 2.40 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि अमेरिका ने चीन पर 104 प्रतिशत का टैरिफ लगाया है और इससे मार्केट में अनिश्चितता है।
बिटकॉइन का प्राइस 75,000 डॉलर से नीचे गिर सकता है। यह पूरे क्रिप्टो मार्केट के लिए खतरे का संकेत होगा। पिछले कुछ महीनों से Ether में मंदी है। इसका प्राइस 60 प्रतिशत से अधिक गिर चुका है। इसका प्राइस 1,500 डॉलर से सपोर्ट लेवल से नीचे जाने पर काफी घट सकता है। इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के बीच भी सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। इस वजह से स्पॉट बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETFs) से काफी विड्रॉल हुआ है। बिटकॉइन का प्राइस 80,000 डॉलर के बड़े सपोर्ट से नीचे है। हालांकि, बिलिनेयर Mark Cuban ने बिकवाली नहीं करने की सलाह दी है क्योंकि मार्केट्स में रिकवरी होने का संकेत है।
हाल ही में व्हाइट हाउस के डिजिटल एसेट्स पर प्रेसिडेंट की एडवाइजर्स की काउंसिल के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, Bo Hines ने बताया था कि अमेरिका की सरकार बिटकॉइन जमा करने के लिए अपने गोल्ड के रिजर्व का इस्तेमाल करने के तरीकों पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा था, "अगर हम गोल्ड के रिजर्व पर प्रॉफिट को भुनाते हैं तो यह बिटकॉइन खरीदने का एक अच्छा तरीका होगा।" Hines ने सीनेटर Cynthia Lummis की ओर से पेश किए गए बिटकॉइन एक्ट का भी जिक्र किया था। इसमें लगभग 10 लाख बिटकॉइन खरीदने का पक्ष लिया गया था। यह बिटकॉइन की कुल सप्लाई का लगभग पांच प्रतिशत होगा। ट्रंप ने बिटकॉइन का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने के ऑर्डर पर भी साइन किए थे।