पिछले कुछ सप्ताह से वोलैटिलिटी के बाद क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी के संकेत हैं। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को लगभग एक प्रतिशत की तेजी थी। बिटकॉइन स्पॉट ETFs में फंडिंग बढ़ रही है। हालांकि, बहुत सी क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइस में गिरावट दर्ज की गई।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 95,650 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 0.80 प्रतिशत से अधिक का प्रॉफिट था। Ether का प्राइस लगभग 1,822 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Monero, Solana और BNB में तेजी थी। गिरावट वाली क्रिप्टोकरेंसीज में Cardano, Tron, Chainlink, Ripple, Cronos और XRP शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.24 प्रतिशत घटकर लगभग 2.97 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि बिटकॉइन में शॉर्ट-टर्म में तेजी आ सकती है।
बिटकॉइन के लिए रेजिस्टेंस लगभग 96,000 डॉलर और सपोर्ट लगभग 93,000 डॉलर पर है। अमेरिका में इकोनॉमी से जुड़े इंडिकेटर्स के कमजोर होने का क्रिप्टो मार्केट पर असर पड़ रहा है। हाल ही में व्हाइट हाउस के डिजिटल एसेट्स पर प्रेसिडेंट की एडवाइजर्स की काउंसिल के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर, Bo Hines ने बताया था कि अमेरिकी सरकार बिटकॉइन की होल्डिंग के लिए अपने गोल्ड के रिजर्व का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा था, "अगर हम गोल्ड के रिजर्व पर प्रॉफिट को भुनाते हैं तो यह बिटकॉइन खरीदने का एक अच्छा तरीका होगा।" Hines ने सीनेटर Cynthia Lummis की ओर से पेश किए गए बिटकॉइन एक्ट का भी जिक्र किया था। इसमें लगभग 10 लाख बिटकॉइन खरीदने का सुझाव दिया गया था। यह बिटकॉइन की कुल सप्लाई का लगभग पांच प्रतिशत होगा।
इससे पहले ट्रंप ने बिटकॉइन का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने के ऑर्डर पर साइन किए थे। अमेरिका के स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व में सरकार की ओर से जब्त किए गए बिटकॉइन को शामिल किया जाएगा। इसके लिए बिटकॉइन की नई खरीदारी नहीं की जाएगी। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनाए जा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले तेजी से बढ़े हैं। इस सेगमेंट के लिए रेगुलेशंस बनने से स्कैम के मामलों पर नियंत्रण किया जा सकेगा।