पिछले कुछ दिनों की वोलैटिलिटी के बाद क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को तेजी थी। हालांकि, अमेरिका में प्रेसिडेंट Donald Trump के टैरिफ को लेकर कड़े फैसलों और चीन और मेक्सिको जैसे देशों के जवाबी टैरिफ लगाने से मार्केट के लिए अनिश्चितता बरकरार है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस 88,000 डॉलर से ज्यादा पर था।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग छह प्रतिशत बढ़कर लगभग 88,627 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में7.40 प्रतिशत से अधिक की तेजी थी। Ether का प्राइस लगभग 2,246 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana, Polkadot, Cardano, Ripple, Binance Coin और Tron के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन मामूली बढ़कर लगभग 2.89 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि ट्रंप के प्रस्तावित टैरिफ से मार्केट में अनिश्चितता की स्थिति है। हालांकि, इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की ओर से खरीदारी बढ़ी है। अमेरिका में इस सप्ताह होने वाले क्रिप्टो समिट से मार्केट को बड़ा संकेत मिल सकता है। ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसीज का स्ट्रैटेजिक रिजर्व बनाने की घोषणा की है। इसमें Bitcoin, Ether, Solana और XRP जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को शामिल किया जाएगा। इसका उद्देश्य क्रिप्टो मार्केट को बढ़ावा देना है। इससे पहले ट्रंप ने डिजिटल एसेट्स से जुड़े एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर को साइन किया था।
ट्रंप ने कहा है, "अमेरिका के क्रिप्टो रिजर्व से पूर्व की बाइडेन सरकार के वर्षों के भष्ट हमलों के बाद इस सेगमेंट को बढ़ावा मिलेगा।" इसके साथ ही ट्रंप ने दुनिया में अमेरिका को क्रिप्टो की राजधानी बनाने की अपनी योजना को भी दोहराया है। उन्होंने कहा, "मैं यह पक्का करूंगा कि दुनिया में अमेरिका को क्रिप्टो की राजधानी बनाया जाए।" इसके साथ ही ट्रंप ने दो बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज
Bitcoin और Ether के लिए अपने समर्थन को भी दोहराया है। उन्होंने कहा कि ये दोनों क्रिप्टोकरेंसीज निश्चित तौर पर इस रिजर्व का प्रमुख हिस्सा होंगी। हाल ही में ट्रंप की अगुवाई वाली अमेरिका की नई सरकार ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार करने का भी फैसला किया था। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान Bitcoin का रिजर्व और क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, बिटकॉइन का रिजर्व बनाने की योजना को लेकर फेडरल रिजर्व ने असहमति जताई थी।