पिछले कुछ सप्ताह की तेजी से बाद क्रिप्टो मार्केट में गिरावट है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस बुधवार को 0.33 प्रतिशत घटा है। यह लगभग 65,448 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू लगभग 654 डॉलर कम हुई है।
Ether का प्राइस लगभग 0.19 प्रतिशत कम होकर 3,262 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में इसका प्राइस लगभग आठ डॉलर घटा है। इसके अलावा USD Coin, Ripple, Cardano, Polkadot, Cronos और Stellar में गिरावट थी। पिछले एक दिन मे्ं क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 0.61 प्रतिशत घटकर लगभग 2.49 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन को लेकर सेंटीमेंट नेगेटिव है और बिकवाली का दबाव है। इसके पीछे फेडरल रिजर्व की ओर से की गई घोषणा और अमेरिकी सरकार की Silk Road से जब्त किए गए 51,680.33 बिटकॉइन को बेचने की योजना है।" क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट डेस्क ने कहा, "क्रिप्टो मार्केट में गिरावट है और मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से 10 सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसीज में से अधिकतर नुकसान में हैं। हालांकि, स्पॉट बिटकॉइन ETF के लिए इंस्टीट्यूशनल डिमांड बढ़ी है।"
भारत में
क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। हाल ही में वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण का कहना था, "सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स को ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" अमेरिका में
बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इससे पहले कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा था कि ट्रांजैक्शंस में आसानी की वजह से स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टो सेगमेंट की ओर हो सकता है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं।