सिंगापुर की वर्चुअल करेंसी एक्सचेंज Coinstore ने भारत में भी अपना ऑपरेशन शुरू कर दिया है। एक्सचेंज ने ऐसे समय में भारत में अपना ऑपरेशन शुरू किया है जब भारत सरकार ज्यादातर प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को बैन करने के लिए कानून तैयार कर रही है। Coinstore ने अपना वेब और ऐप प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है और बैंगलोर, नई दिल्ली और मुंबई में ब्रांचों की प्लानिंग की है। ये भारत में आने वाले समय में इसकी नींव की तरह काम करेंगी, मैनेजमेंट का कहना है।
कॉइनस्टोर में मार्केटिंग के प्रमुख Charles Tan ने रॉयटर्स को बताया, "हमारे कुल एक्टिव यूजर्स में से लगभग एक चौथाई भारत से आते हैं इसलिए इस मार्केट में अपना विस्तार करना हमें समझ में भी आता है।" यह पूछे जाने पर कि
क्रिप्टोकरेंसी पर अभी शिंकजा कसने वाला कानून आना बाकी है, बावजूद इसके कॉइनस्टोर भारत में क्यों लॉन्च कर रही है, टैन ने कहा: "पॉलिसी में बदलाव हुए हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि चीजें पॉजीटिव होने वाली हैं और हमें उम्मीद है कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक हेल्दी फ्रेमवर्क लेकर आएगी।"
नई दिल्ली सरकार भारी कैपिटल प्रोफिट और दूसरे टैक्स लगाकर
क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड को सुस्त करने की योजना बना रही है, दो सूत्रों ने इस महीने की शुरुआत में रॉयटर्स को बताया। संसद का विंटर सेशन शुरू हो चुका है। सरकार ने कहा है कि सेशन के लिए लेजिसलेटिव एजेंडे के अनुसार, यह केवल कुछ क्रिप्टोकरेंसी को ही इसकी टेक्नोलॉजी और उपयोगों को बढ़ावा देने की परमिशन देगी।
टैन ने कहा कि Coinstore ने भारत में लगभग 100 कर्मचारियों की भर्ती करने और भारतीय बाजार के लिए क्रिप्टो से जुड़े प्रोडक्ट और सर्विसेज की मार्केटिंग, हायरिंग और डेवलेपमेंट के लिए 20 लाख डॉलर (लगभग 150 करोड़ रुपये) खर्च करने की योजना बनाई है। Coinstore हाल के महीनों में भारत में प्रवेश करने वाला दूसरा ग्लोबल एक्सचेंज है, जो CrossTower के नक्शेकदम पर चला है। CrossTower ने सितंबर में अपनी लोकल यूनिट शुरू की थी।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत साल के शुरू में जितनी थी अब उसकी दोगुनी हो गई है। इसने भारतीय निवेशकों की भीड़ को भी खींचा है। खबर लिखने के समय भारत में
बिटकॉइन की कीमत 43.13 लाख रुपये थी।