मार्केट प्राइस के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने गुरुवार को 38,000 डॉलर पर पहुंचकर 19 महीने का अपना हाई लेवल बनाया है। हालांकि, इसके बाद बिटकॉइन में कुछ गिरावट आई और यह 37,866 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। यह महीना क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छा रहा है। इसमें बिटकॉइन के प्राइस में जोरदार तेजी आई है। मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि इसमें आगामी सप्ताहों में भी बढ़ोतरी जारी रह सकती है।
हालांकि, दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 1.08 प्रतिशत की गिरावट थी। इसका प्राइस लगभग 2,030 डॉलर पर था। तेजी वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Avalanche, Solana, Tron, Polygon, Litecoin और Stellar शामिल थी। Tether, Binance Coin, Ripple, Cardano, Chainlink और Polkadot के प्राइसेज में गिरावट थी। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.43 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो फर्म CoinDCX की रिसर्च टीम ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन का प्राइस 38,000 डॉलर के रेजिस्टेंस लेवल से नीचे आया है। इसके प्राइस पर अमेरिका में अमेरिका में GDP के अनुमान से बेहतर आंकड़े का असर पड़ा है। Ether में मामूली गिरावट है लेकिन इसने 20 दिन के एक्स्पोनेंशियल मूविंग एवरेज से ऊपर का प्राइस बरकरार रखा है।" पिछले सप्ताह बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Binance को अमेरिका में एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इस वजह से Binance पर 4.3 अरब डॉलर (लगभग 35,827 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगा था। इसके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, Changpeng Zhao ने इस्तीफा देने की घोषणा की थी। इससे क्रिप्टो मार्केट को बड़ा झटका लगा था।
बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा था। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने
क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने की जरूरत बताई थी। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है। इससे पहले फाइनेंस मिनिस्ट्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी क्रिप्टो के लिए रूल्स बनाने का पक्ष लिया था। हालांकि, RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगाने की भी मांग की गई थी। RBI का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसीज के साथ कोई वैल्यू नहीं जुड़ी और इस वजह से इन पर बैन लगाया जाना चाहिए। कुछ देशों में रेगुलेटर्स क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बना रहे हैं। इससे इस मार्केट पर इनवेस्टर्स का भरोसा बढ़ सकता है।