Bitcoin और Ether ने मंगलवार को एशियाई ट्रेड में क्रिप्टोक्यूरेंसी को अपनाने के मामले में नया रिकॉर्ड बनाया। कारण इन्फ्लेशन के लिए लोगों का डर रहा जिसने एसेट्स क्लास को सपोर्ट किया। जाहिर है कि इन्वेस्टर अब इन्फ्लेशन के प्रभाव को रोकने के लिए डिजिटल एसेट्स की ओर रुख कर रहे हैं।
बिटकॉइन की कीमत 67,803 डॉलर (करीब 50.07 लाख रुपये) तक बढ़ गई और मार्केट प्राइस के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ईथर शुरुआती एशियाई घंटों में 4,825 डॉलर (करीब 3.56 लाख रुपये) तक पहुंच गई।
भारत में बिटकॉइन की कीमत 9 नवंबर को 54.35 लाख रुपये थी जबकि
ईथर की कीमत 3.83 लाख रुपये थी।
दोनों ही
क्रिप्टोकरेंसी जून के बाद से कीमत के मामले में दोगुना से अधिक हो गई हैं और अक्टूबर की शुरुआत से डॉलर के मुकाबले लगभग 70 प्रतिशत बढ़ गई हैं। ब्रोकरेज Pepperstone के रिसर्च हेड क्रिस वेस्टन ने कहा, "क्रिप्टो वह जगह है जहां तेजी से पैसा बनता है।" "(ईथर) एक सपने की तरह ट्रेंड कर रहा है और यह यहां लंबा और मजबूत रहेगा," उन्होंने कहा।
"क्लाइन्ट नेट लॉन्ग हैं, जिसमें 79 प्रतिशत ओपन पोजीशन लंबे समय तक रहते हैं, और मुझे लगता है कि 5 हजार डॉलर (लगभग 3.69 लाख रुपये) की पार्टी जल्द ही शुरू हो सकती है।" (अर्थात् ईथर जल्द ही 5 हजार डॉलर पर पहुंच सकता है)
अक्टूबर में New York Stock Exchange में बिटकॉइन फ्यूचर्स एक्सचेंज ट्रेडेड फंड लॉन्च हुआ। यह एक फाइनेंशिअल इंस्ट्रूमेंट है जिसके लॉन्च के बाद लोगों की पहुंच बिटकॉइन तक और आसान हो गई है। फ्लो से संबंधित लाभ अब बिटकॉइन में तेजी पकड़ रहा है।
CoinShares के आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन का इनफ्लो पिछले सप्ताह कुल 95 मिलियन डॉलर (लगभग 701 करोड़ रुपये) था, जो सभी डिजिटल ऐसेट्स के फ्लो से बड़ा है। जबकि आठ सप्ताह के बुल रन के दौरान यह फ्लो 8 नवंबर को 2.8 बिलियन डॉलर (लगभग 20,681 करोड़ रुपये) पर दिखाया गया।
हाल के हफ्तों में, ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े बैंक ने भी कहा है कि वह रीटेल कस्टमर्स को क्रिप्टो ट्रेडिंग की पेशकश करेगा। वहीं सिंगापुर के अधिकारियों ने भी एसेट्स क्लास के लिए पॉजीटिव रेस्पोन्स दिखाया है और स्टॉक्स में भी इस पॉजीटिव मूड का असर देखने को मिला है।