क्रिप्टो मार्केट में इस सप्ताह वोलैटिलिटी के बावजूद अधिकतर क्रिप्टोकरेंसीज में तेजी रही है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस बुधवार को लगभग 3.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,783 डॉलर पर खुला। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू 660 डॉलर से अधिक बढ़ी है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में भी 3.53 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसका प्राइस 1,318 डॉलर पर था। इसके अलावा ज्यादातर ऑल्टकॉइन्स के प्राइस भी बढ़े हैं। इनमें Binance Coin, Ripple, Binance USD, Cardano, Polygon और Polkadot शामिल हैं। CoinDCX की रिसर्च टीम ने बताया, "अमेरिका के फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में बढ़ोतरी को 0.75 प्रतिशत के बजाय 0.50 प्रतिशत रखने की संभावना है। इन्फ्लेशन में भी आगामी महीनों में कमी हो सकती है। सप्लाई चेन्स की स्थिति बेहतर होने से इन्फ्लेशन कम होने का अनुमान है।"
पिछले एक दिन में क्रिप्टो मार्केट का कैपिटलाइजेशन लगभग तीन प्रतिशत बढ़ा है। CoinMarketCap के अनुसार, यह 871.65 अरब डॉलर पर है। बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के बैंकरप्ट होने से इस मार्केट में बिकवाली बढ़ी थी।
FTX के फाउंडर ने गोपनीय तरीके से कस्टमर्स के लगभग 10 अरब डॉलर को अपनी ट्रेडिंग फर्म Alameda Research में ट्रांसफर किया था। इस फंड का बड़ा हिस्सा गायब हो चुका है। मीमकॉइन्स Shiba Inu और Dogecoin में भी तेजी आई है। Shiba Inu का प्राइस 4.30 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 0.0000092 डॉलर और Dogecoin का 1.78 प्रतिशत बढ़कर 0.091 डॉलर पर था। इसके अलावा कुछ ऑल्टकॉइन्स में गिरावट रही। इनमें Tether, USD Coin, Elrond और Iota शामिल हैं।
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष नवंबर में 67,000 डॉलर से अधिक का हाई छुआ था। इसके बाद से स्लोडाउन और कुछ अन्य कारणों से इसके प्राइस में काफी गिरावट आई है। इससे इनवेस्टर्स के साथ ही क्रिप्टो सेगमेंट से जुड़ी फर्मों को बड़ा नुकसान हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्रिप्टो मार्केट में काफी बिकवाली हुई है। इन्फ्लेशन के भी लगभग पीक पर पहुंचने के संकेत हैं। इससे अमेरिकी फेडरल रिजर्व सहित अन्य देशों के सेंट्रल बैंकों की ओर से मॉनेटरी पॉलिसी में कुछ छूट दी जा सकती है। यह तेजी का अगला कारण हो सकता है।