मेक्सिको के सेंट्रल बैक चीफ ने गुरुवार को कहा कि Bitcoin विकसित हो चुकी फिएट मनी की तुलना में चीजों के एक्सचेंज मीडियम की तरह है। उन्होंने इसे बड़े जोखिम वाला निवेश और वैल्यू को स्टोर करने का बेकार विकल्प कहा।
बैंक ऑफ मैक्सिको के गवर्नर एलेजांद्रो डियाज डी लियोन के कमेंट्स से पता चलता है कि डिजिटल करेंसी को फिएट मनी के समान ही लीगल टेंडर के रूप में अपनाने में मेक्सिको अभी अल सल्वाडोर की राह नहीं लेगा।
डियाज़ डी लियोन ने कहा, "जो कोई भी वस्तु या किसी सर्विस के बदले में बिटकॉइन लेता है, हम मानते हैं कि वह एक लेन-देन (ट्रांजेक्शन) के समान है क्योंकि वह व्यक्ति वस्तु के लिए वस्तु की ही अदला बदली कर रहा है। मगर असल में वह वस्तु के लिए पैसा नहीं है।"
भारत में बिटकॉइन की कीमत 11 सितंबर को 36.60 लाख रुपये थी।
"हमारे समय में, पैसा केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी किए गए फिएट मनी के रूप में विकसित हुआ है," उन्होंने कहा। "बिटकॉइन डेली लीगल टेंडर की तुलना में कीमती धातुओं के डायमेंशन के जैसा ज्यादा नजर आता है।" बैंक्सिको बॉस ने तर्क दिया कि एक
क्रिप्टोकरेंसी को 'मनी' माना जाने के लिए यह पेमेंट का विश्वसनीय तरीका होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिटकॉइन को भी अपनी वैल्यू को सेफगार्ड करने की जरूरत पड़ेगी।
इस सप्ताह की शुरुआत में अल सल्वाडोर द्वारा लीगल टेंडर के रूप में बिटकॉइन को अपनाने से उन समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर डिजिटल करेंसी की वैल्यू को नीचे धकेल दिया है। इस हफ्ते की शुरुआत में अल सल्वाडोर अमेरिकी डॉलर के साथ-साथ बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। हालाँकि, इस रोलआउट को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। प्लैटफ़ॉर्म में शामिल होने वाले लोगों की बड़ी संख्या को नियंत्रित करने के लिए सरकार को अधिक सर्वर जोड़ने और क्षमता बढ़ाने के लिए अपने क्रिप्टोकरेंसी ऐप Chivo को कुछ समय के लिए सस्पेंड करना पड़ा।
बिटकॉइन बीते दिनों बहुत ज्यादा अस्थिर रहा है। अप्रैल में यह बढ़कर 64,000 डॉलर (लगभग 47 लाख रुपये) से अधिक हो गया और मई में लगभग 30,000 डॉलर (लगभग 22 लाख रुपये) तक गिर गया।