YouTube ने 2021 में अपने यूजर्स के लिए PiP (पिक्चर-इन-पिक्चर) फीचर को रोल आउट करना शुरू किया। वीडियो स्ट्रीमिंग ऐप का यह पॉपुलर फीचर यूजर्स को अपने डिवाइस पर अन्य ऐप चलाते हुए साथ-साथ वीडियो देखने की सुविधा देता है। यूएस के बाहर YouTube यूजर्स को PiP फीचर को इस्तेमाल करने के लिए प्रीमियम मेंबरशिप लेनी पड़ती है। लेकिन आने वाले समय में यह नियम बदल भी सकता है, क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई पोस्ट से संकेत मिलता है कि यूरोप में नॉन-प्रीमियम यूजर्स को वर्तमान में YouTube का PiP फंक्शन इस्तेमाल करने के लिए मिल रहा है।
Reddit पर कई
थ्रेड्स से पता चलता है कि YouTube अमेरिका के बाहर नॉन-प्रीमियम यूजर्स के लिए PiP मोड शुरू कर रहा है। दावों में विश्वसनीयता जोड़ने के लिए पोस्ट में फीचर के वीडियो शामिल हैं, जिसमें अपने डिवाइस पर अन्य ऐप्स का उपयोग करते समय म्यूजिक वीडियो के लिए फ्लोटिंग विंडो में एक मिनी-प्लेयर दिखाया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि बड़े पैमाने पर यूरोप क्षेत्र के यूजर्स ने अपने डिवाइस पर PiP सुविधा देखी है।
YouTube ने अभी तक अमेरिका के बाहर नॉन-प्रीमियम ग्राहकों के लिए PiP का विस्तार करने की योजना का खुलासा नहीं किया है। इसलिए, इस जानकारी को पूरी तरह से सत्य नहीं माना जा सकता। अनुमान लगाया जा रहा है कि Google नॉन-प्रीमियम यूरोपीय यूजर्स के एक चुनिंदा ग्रुप के साथ PiP का टेस्ट कर रहा है।
हालांकि, YouTube के X अकाउंट का एक हालिया कमेंट इस दावे का
खंडन करता है। इसमें कहा गया है कि यूएस के बाहर PiP वर्तमान में प्रीमियम सब्सक्रिप्शन तक सीमित है। PiP के लिए YouTube के
सपोर्ट पेज के अनुसार, यूएस के बाहर के यूजर्स को इसे एक्सेस करने के लिए प्रीमियम की सदस्यता लेनी होगी।
भारत में YouTube प्रीमियम की कीमत 129 प्रति माह से शुरू होती है। Google नए यूजर्स के लिए एक महीने की मुफ्त सदस्यता और छात्रों के लिए 79 प्रति माह के प्लान की पेशकश कर रहा है। फैमिली प्लान भी है, जिसमें पांच सदस्यों को जोड़ा जा सकता है, जिसकी कीमत 189 रुपये है। वार्षिक प्लान के लिए 1,290 रुपये, जबकि तीन महीने के प्लान के लिए 399 रुपये देने होते हैं।