WhatsApp ने पिछले महीने भारत में 85 लाख से ज्यादा अकाउंट्स को बैन किया। Meta के स्वामित्व वाला प्लेटफॉर्म लगातार संदिग्ध और रिपोर्ट किए जाने वाले अकाउंट्स को बैन करता है और अपनी खास रिपोर्ट में इसकी जानकारी शेयर करता है। WhatsApp ने बताया है कि उसने 16 लाख से अधिक अकाउंट्स को 'प्रोएक्टिवली' बैन किया है, जिसका मतलब है कि इन अकाउंट्स के लिए किसी यूजर की ओर से पॉलिसी के उल्लंघन की रिपोर्ट मिलने से पहले ही इन्हें ब्लॉक कर दिया गया था। इससे पहले अगस्त महीने में भी प्लेटफॉर्म ने 84.58 लाख से अधिक अकाउंट को बैन किया था। व्हाट्सऐप का कहना है कि वह अकाउंट की जीवनशैली के तीन चरणों में गलत इस्तेमाल का पता लगाता है, पहला रजिस्ट्रेशन के समय, दूसरा मैसेजिंग के दौरान और तीसरा नकारात्मक प्रतिक्रिया के जवाब में।
भारत में WhatsApp सूचना प्रौद्योगिकी के अनुपालन में हर महीने लाखों अकाउंट को बैन करता है। अपनी लेटेस्ट (नवंबर)
रिपोर्ट में प्लेटफॉर्म ने बताया कि बीते सितंबर महीने में उसने 8,584,000 अकाउंट को बैन किया। प्लेटफॉर्म ने कहा कि यूजर्स की किसी भी शिकायत से पहले ही इनमें से 1,658,000 अकाउंट को सक्रिय रूप से बैन कर दिया गया था।
नए IT नियम 2021 के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मंथली कंप्लायंस रिपोर्ट के अनुसार,
WhatsApp को देश से 8,161 शिकायतें मिलीं और "actioned" के रिकॉर्ड 97 थे, जिसका मतलब है कि व्हाट्सऐप ने उपचारात्मक कार्रवाई की। व्हाट्सऐप ने यह भी बताया कि उसे देश में Grievance Appellate Committee से दो आदेश मिले और दोनों का अनुपालन किया गया।
जबकि WhatsApp अपने यूजर्स को अकाउंट की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है, प्लेटफॉर्म ऑन-प्लेटफॉर्म एब्यूस डिकेक्शन सिस्टम का इस्तेमाल भी करता है, जो सक्रिय रूप से पॉलिसी के उल्लंघन का पता लगा सकता है। मौजूदा नियमों के अनुसार, WhatsApp यूजर्स से शिकायत grievance_officer_wa@support.whatsapp.com पर भेजे गए ईमेल के जरिए और इंडिया ग्रिवांस ऑफिसर को पोस्ट के जरिए भेजे गए मेल के माध्यम से प्राप्त करता है।
बता दें कि 1 अगस्त 2024 से 31 अगस्त 2024 के बीच 8,458,000 WhatsApp अकाउंट को बैन किया गया था। उस समय प्लेटफॉर्म ने बताया था कि इनमें से 1,661,000 अकाउंट को प्रोएक्टिवली बैन किया गया था।