नए आईटी नियमों का पालन करते हुए मेटा के मालिकाना हक वाले वॉट्सऐप (Whatsapp) ने जून महीने में भारत में 22 लाख से ज्यादा वॉट्सऐप अकाउंट्स पर बैन लगा दिया। प्लेटफॉर्म को कुल 632 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 64 पर कार्रवाई की गई। ‘इंडिया मंथली रिपोर्ट अंडर द इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी रूल्स, 2021' में यह फैक्ट्स सामने आए हैं। एक बयान में कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि एंड-टु-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विसेज के बीच दुरुपयोग को रोकने में वॉट्सऐप इंडस्ट्री लीडर है। पिछले कुछ साल में हमने अपने प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को सुरक्षित रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर हाईटेक तकनीकों, डेटा साइंटिस्ट और एक्सपर्ट व तमाम प्रक्रियाओं में निवेश किया है।
कंपनी ने भारतीय कानूनों और वॉट्सऐप की सेवा की शर्तों का उल्लंघन करने पर कुछ अकाउंट्स पर कार्रवाई की है। अपनी रिपोर्ट में वॉट्सऐप ने इस कार्रवाई के बारे में बताया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्लेटफॉर्म ने जून में भारत में 2.2 मिलियन यानी 22 लाख से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगा दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अकाउंट पर बैन लगाने के लिए 426 रिक्वेस्ट और 16 शिकायतें सुरक्षा कारणों से की गई थीं। इसके बाद 64 अकाउंट्स पर कार्रवाई की गई।
वॉट्सऐप दुर्व्यवहार से कैसे निपटता है? इसके तहत रिपोर्ट में बताया गया है कि यूजर्स की शिकायतों पर प्रतिक्रिया देने और कार्रवाई करने के अलावा वॉट्सऐप अपने प्लेटफॉर्म पर ऐसे टूल्स और रिर्सोसेज भी तैनात करता है, जो गलत व्यवहार को रोकते हैं।
WhatsApp का कहना है कि अपने टूल का इस्तेमाल करके दुर्व्यवहार का पता लगाना तीन फेज में संचालित होता है: रजिस्ट्रेशन के दौरान, मैसेजिंग के दौरान और नेगेटिव फीडबैक के रेस्पॉन्स में। वॉट्सऐप के अनुसार, एनालिस्ट की एक टीम इन फंक्शन्स का मूल्यांकन करती है।
वॉट्सऐप से किसी भी शिकायत के लिए यूजर wa@support.whatsapp.com पर ई-मेल कर सकते हैं। इसके अलावा ऐप के जरिए भी संदिग्ध अकाउंट की रिपोर्ट कर सकते हैं। इससे पहले मार्च में वॉट्सऐप ने 1.85 मिलियन (18 लाख) से ज्यादा अकाउंट्स पर बैन लगा दिया था।