Mitron App को भारत में TikTok के विकल्प के तौर पर लॉन्च किया गया था और चीन-विरोधी भावनाओं का फायदा अब इस ऐप को कुछ ऐसा हुआ है कि लॉन्च के 2 महीने के अंदर इस ऐप को Google Play Store से 1 करोड़ से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। गूगल प्ले स्टोर पर मित्रों ऐप की रेटिंग की बात करें, तो इसे 5 में से 4.5 रेटिंग दी गई है। इतने कम समय में इतनी लोकप्रियता मिलने का महज एक ही कारण है देश में बढ़ती चीन-विरोधी भावना, जिसमें लोग चीन द्वारा बनाई हर चीज़ का बहिष्कार कर रहे हैं। हालांकि, बात अगर मित्रों ऐप की करें, तो लोकप्रियता हासिल करने के साथ ही यह ऐप विवादों में भी घिर चुकी है। इस ऐप को लेकर आरोप लगाए गए थे कि ऐप का सोर्स कोड पाकिस्तानी डेवलपर्स से खरीदा गया है। इसके अलावा गूगल प्ले स्टोर पॉलिसी का उल्लंघन करने की वजह से भी इसे एक बार प्ले स्टोर से हटाया जा चुका है, लेकिन कुछ दिन बार ही ऐप डेवलपर्स ने गूगल के साथ काम करके समस्याओं को फिक्स कर लिया और गूगल प्ले स्टोर पर दोबारा एंट्री मार ली।
लेटेस्ट खबर के अनुसार, Mitron App को गूगल प्ले स्टोर पर 1 करोड़ डाउनलोड मिल चुके हैं। कंपनी के सीईओ शिवांक अग्रवाल ने अपने प्रेस नोट में इसका ऐलान किया।
जैसा कि हमने बताया 1 करोड़ डाउनलोड और अच्छी खासी रैंकिंग के बावजूद मित्रों ऐप के लिए पिछले दो महीने सहज नहीं रहे हैं। जब यह ऐप लॉन्च की गई थी, भले ही चीन-विरोधी भावना के चलते तेज़ी से लोगों ने इस ऐप को अपने डिवाइस में डाउनलोड कर लिया था, लेकिन इस्तेमाल के बाद यूज़र्स ने शिकायत की थी कि इस ऐप में काफी ज्यादा बग्स हैं और इस्तेमाल में यह हूबहू टिकटॉक की तरह ही है। इन सब नेगेटिव रिव्यू के बावजूद लोगों ने इस ऐप को इतना डाउनलोड किया कि एक महीने के अंदर इस ऐप को 50 लाख
डाउनलोड मिल गए थे। हालांकि, बाद में गूगल ने इस ऐप को ‘स्पैम और मिनिमम फंक्शनालिटी' पॉलिसी का उल्लंघन करने की वजह से अपने प्लेटफॉर्म से
हटा दिया था। वहीं, साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर ने भी बताया था कि इस ऐप को हैक करना बेहद आसान है।
ऐप के बारे में बात करते हुए मित्रों के को-फाउंडर्स ने Gadgets 360 को बताया कि यह टिकटॉक का हूबहू ऐप नहीं है। उन्होंने बताया कि सभी ऐप्स कुछ न कुछ सामान्य तत्व होते ही हैं, हालांकि लॉन्च के बाद मित्रों ऐप के कई वर्ज़न लॉन्च किए गए हैं। बताया गया है कि ऐप की टीम बैंगलोर से बाहर की है और मित्रों ऐप का शुरुआती टेम्पलेट ऑस्ट्रेलियन मार्केटप्लेस EnvatoMarket से खरीदा गया था। हालांकि, डेवलपर ने सेलर के नाम का खुलासा नहीं किया, जिनसे उन्होंने सोर्स कोड खरीदा था। पुरानी
रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि इस ऐप का सोर्स कोड पाकिस्तान से खरीदा गया था।
App Brain पर उपलब्ध डेटा के अनुसार, मित्रों ऐप का पहला वर्ज़न गूगल प्ले पर 17 अप्रैल को लाइव किया गया था और महज 7 दिन में इसे 100,000 डाउनलोड मिले थे।