पिछले कुछ समय से खबरें हैं कि गूगल एक प्रीमियम स्टैंडअलोन वीआर हैंडसेट बना रही है। इस डिवाइस के गूगल आई/ओ 20166 में लॉन्च होने की उम्मीद थी लेकिन इसे वहां पेश नहीं किया गया। अब, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि गूगल ने इस दिशा में काम ना करने का फैसला लिया है जबकि एक दूसरी रिपोर्ट का दावा है कि गूगल अभी भी स्टैंडअलोन वर्चुअल रियलिटी हेडसेट लॉन्च करने की योजना पर काम कर रही है।
शुक्रवार को, री/कोड ने
खबर दी कि गूगल ने स्टैंडअलोन वीआर हेडसेट प्रोजेक्ट को बंद करने का फैसला किया है। माना जा रहा था कि कंपनी इस प्रोजेक्ट को एचटीसी वाइव और फेसबुक के ऑक्युलस रिफ्ट को टक्कर देने के इरादे से बना रही है। इसके साथ ही इस रिपोर्ट में गूगल द्वारा मोबाइल वीआर पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही गई। हालांकि, एक एनगैजेट की
नई रिपोर्ट का दावा है कि दिग्गज़ सर्च कंपनी अभी भी एक मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट पर काम कर रही है।
एनगैजेट ने शनिवार को इस प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों के हवाले से दावा किया कि हो सकता है गूगल ने ऐसे किसी अलग प्रोजेक्ट को बंद कर दिया हो लेकिन कंपनी ने 'हाल ही में सुचारू रूप से एक प्रीमियम हेडसेट बनाने के इरादे से लोगों को नौकरी पर रख रही है।' रिपोर्ट के मुताबिक, इस हेडसेट को काम करने के लिए किसी पीसी या स्मार्टफोन की जरूरत नहीं होगी।
खास बात है कि, एनगैजेट की रिपोर्ट में भी दावा किया गया है कि नए हेडसेट के लिए काम कर रहे लोगों के मुताबिक, वर्चुअल और और ऑग्युमेंटेड रियलिटी के लिए डेड्रीम कंपनी का लॉंग-टर्म प्लान नहीं है।
हालांकि, इस आर्टिकल में आगे कहा गया कि डेड्रीम गूगल के लिए अभी भी एक जरूरी प्रोजेक्ट है और फिलहाल कई अलग-अलग टीम इसके डेवलेपमेंट पर काम कर रही हैं।
बता दें, कि पिछले महीने आयोजित हुई गूगल आई/ओ से पहले ही खबरें थीं कि कंपनी इस कॉन्फ्रेंस में एक स्टैंडअलोन वीआर हेडसेट पेश करेगी जो बिना किसी मोबाइल या पीसी की जरूरत के बिना ही काम करेगा। लेकिन इसकी जगह कंपनी ने अपने मोबाइल वीआर प्लेटफॉर्म डेड्रीम की घोषणा कर दी।
डेड्रीम एंड्रॉयड नॉगट वाले चुनिंदा स्मार्टफोन के साथ ही काम करेगा खासकर जिनमें स्पेशल सेंसर और स्क्रीन लगे हों।