पिछले महीने नोट्रे डेम विश्वविद्यालय की एक रिसर्च सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि कई फिटनेस ट्रैकर और स्मार्टवॉच के स्ट्रैप में पर-एंड पॉलीफ्लोरोएल्किल पदार्थ (PFAS) पाए गए हैं। रिसर्चर्स ने यू.एस. में विभिन्न ब्रांडों और विभिन्न प्राइस सेगमेंट में खरीदे गए 22 वॉच बैंड को टेस्ट किया था। इनमें से कई बैंड फ्लओरोएलास्टोमर्स का उपयोग करके बनाए गए थे, जो एक सिंथेटिक पॉलिमर होता है, जिसका यूज रबर मटेरियल को पसीने, स्किन ऑयल और लोशन के प्रति रेजिस्टेंस बनाए रखने के लिए किया जाता है। यूं तो इस स्टडी में Apple का नाम नहीं लिया गया था, लेकिन अब एक रिपोर्ट से पता चला है कि Apple पर अपनी स्मार्टवॉच के लिए रिस्टबैंड बेचने के लिए मुकदमा दायर किया गया है, जिसमें हाई लेवल के "फॉरएवर केमिकल" होने का दावा किया गया है, जिन्हें PFAS के रूप में जाना जाता है।
द रजिस्टर ने कैलिफोर्निया के उत्तरी जिले में दायर किए गए एक मुकदमे की PDF को
शेयर किया है, जो विशेष रूप से तीन Apple Watch बैंड को टार्गेट करता है - एक वह स्पोर्ट बैंड जो नए ऐप्पल वॉच मॉडल्स के साथ आता है और एक ओसियन बैंड और Nike स्पोर्ट बैंड, जो Nike-ब्रांडेड मॉडल के साथ आते हैं। Apple ने इन तीनों स्ट्रैप्स को कथित तौर पर फ्लोरोएलेस्टोमेर से बना बताया है, लेकिन मुकदमा ऐप्पल पर इनमें पर-एंड पॉली-फ्लोरोएल्काइल पदार्थों या PFAS की मौजूदगी को छुपाने का आरोप लगाता है।
कुछ स्टडीज का
कहना है कि यह केमिकल कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। इसे इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचाने और गर्भ में पल रहे अजन्मे बच्चों को संभावित नुकसान के साथ भी जोड़ा गया है। इन केमिकल को "फॉरएवर केमिकल" का नाम दिया गया है, क्योंकि ये बहुत धीरे-धीरे टूटते हैं और दशकों तक पर्यावरण में बने रह सकते हैं।
पिछले साल दिसंबर में एक
स्टडी सामने आई थी, जो एनवायर्नमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी लेटर्स में प्रकाशित हुई थी। इसमें रिसर्चर्स ने यू.एस. में विभिन्न ब्रांडों और विभिन्न प्राइस सेगमेंट पर खरीदे गए 22 वॉच बैंड को टेस्ट किया और पाया गया कि कई बैंड फ्लुओरोएलास्टोमर्स का उपयोग करके बनाए गए थे। टेस्ट से पता चला था कि टेस्ट किए गए 22 बैंडों में से नौ में एक प्रकार के पीएफएएस के हाई लेवल थे।