Google Chrome पर होने वाले स्कैम्स पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए कमर कस चुकी है। कंपनी अपने Chrome ब्राउजर में सभी तरह के स्कैम पहचानने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इंटीग्रेट कर रही है। Google का कहना है कि वह अपने Gemini AI मॉडल के एक वर्जन को इस्तेमाल कर रही है जो डिवाइसेज पर टेक सपोर्ट स्कैम की पहचान करेगा और यूजर्स को इसके बारे में अलर्ट करेगा।
Google Chrome ने iOS के लिए पासवर्ड की ऑटोफिलिंग से पहले बायोमेक्ट्रिक ऑथेन्टिकेशन स्टेप को भी जोड़ा है। आप अपनी फेस आईडी, टच आईडी या फिर फोन पासकोड के जरिए ऑथेन्टिकेशन सेट कर सकते हैं।