ग्रामीण ब्रॉडबैंड परियोजना को लागू करने में हो रही देरी को देखते हुए दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने नई योजना बनाई है। कंपनी ने वाई-फाई टेक्नोलॉजी आधारित नेटवर्क का परीक्षण शुरू किया है जो कि एक साल में एक लाख ग्राम पंचायतों तक हाइस्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने में सक्षम होगी। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में इसका परीक्षण किया जा रहा है।
बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, "फाइबर नेटवर्क बिछाने में भारी श्रम बल की जरूरत होती है। हमने वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग कर ग्राम पंचायतों को जोड़ने के लिये ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी का परीक्षण पायलट आधार पर शुरू किया है। इसके साथ हम एक साल में एक लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ने को लेकर आशान्वित हैं।"
कंपनी अलवर जिले के तीन गांवों में इस प्रौद्योगिकी की सततता का परीक्षण कर रही है। इसके तहत अलवर जिले के तीन गांव करेन्दा, फालसा तथा बहादरी में वाईफाई टावरों को जोड़ने वाला छह किलोमीटर का वायरलैस नेटवर्क स्थापित किया गया है। बीएसएनएल एक्सचेंज भिवाड़ी में है। कंपनी ने 500 परीक्षण कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं।
बीएसएनल की ओर से घरेलू दूरसंचार उपकरण कंपनी विहान नेटवर्क्स इस परियोजना का कार्यान्वयन कर रही है।
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