Apple अब 6G वायरलेस टेक्नोलॉजी को डेवलप करने की तैयारी में है। कंपनी ने हाल ही में अपनी पहली 5G सपोर्ट वाली iPhone सीरीज़ iPhone 12 के रूप में शुरू की थी। अब कंपनी छठी पीढ़ी की सेल्युलर कनेक्टिविटी यानी कि 6G पर काम शुरू करने की तैयारी करती प्रतीत होती है। Apple ने हाल ही में अपनी Macbook सीरीज़ से Intel प्रसोसर को रिप्लेस करने के लिए खुद की M1 चिप बनाई थी और अब कंपनी की 6G विकसित करने की तैयारी दर्शाती है कि ऐप्पल अन्य कंपनियों पर निर्भर नहीं होना चाहती।
टेक्नोलॉजी दिग्गज ने इस हफ्ते नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क टेक्नलॉजी के लिए वायरलेस सिस्टम रिसर्च इंजीनियर्स की तलाश शुरू कर दी है। कंपनी ने नौकरी के लिए विज्ञापन पोस्ट किए हैं। लिस्टिंग से पता चलता है कि नौकरी सिलिकॉन वैली और सैन डिएगो में ऐप्पल के कार्यालयों के लिए हैं, जहां कंपनी वायरलेस टेक्नोलॉजी और चिप डिज़ाइन पर काम करती है।
पोस्ट में दी गई जानकारी से आगे यह पता चलता है कि कंपनी द्वारा चुने गए लोग “रेडियो एक्सेस नेटवर्क के लिए अगली पीढ़ी के वायरलेस कम्युनिकेशन सिस्टम" को डिज़ाइन और रिसर्च करेंगे।" इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि 6G को पूरी तरह से आने वाले लगभग 10 साल का समय लग जाएगा, लेकिन नौकरी की लिस्टिंग से ऐसा प्रतीत होता है कि Apple नई तकनीक के शुरुआती विकास में शामिल होना चाहती है। हालांकि फिलहाल कंपनी के प्रवक्ता ने इस संदर्भ में किसी प्रकार की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
बताते चलें कि पिछले साल के आखिर में खबर आई थी कि Apple ने 6G और अन्य नेक्स्ट जनरेशन के सेलुलर तकनीकों पर काम करने वाली कंपनियों के एक गठबंधन को जॉइन किया है। 6G मौजूदा 5G तकनीक की तुलना में कितना तेज़ होगा या कितना बेहतर होगा, इसे लेकर फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह टेक्नोलॉजी 5G से 100 गुना अधिक तेज़ हो सकती है।
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