Airtel इस महीने देस में अपनी 5G सर्विस शुरू करेगी और मार्च 2024 तक देश के सभी कस्बों और प्रमुख ग्रामीण क्षेत्रों को भी कवर करने का वादा किया गया है। इसकी जानकारी मंगलवार को खुद कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। पिछले हफ्ते खबर आई थी कि कंपनी अपनी 5जी सर्विस के लिए Ericsson, Nokia और Samsung के साथ 5G नेटवर्क समझौतों पर साइन भी किए हैं। इसके अलावा, सोमवार को, दूरसंचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने 5G सर्विस के लगभग एक महीने में पूरी तरह से शुरू होने की उम्मीद जताई। उन्होंने एक इवेंट में बताया कि देश में अगले महीने तक हाई-स्पीड 5जी सर्विस शुरू हो जाएगी।
समाचार एजेंसी PTI के
अनुसार, Airtel 5G सर्विस की शुरुआत इस महीने होने की घोषणा के साथ-साथ भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक और सीईओ गोपाल विट्टल ने यह भी कहा कि भारत में मोबाइल सर्विस की कीमत बहुत कम है और इसे बढ़ाने की जरूरत है। विट्टल ने कहा, "हम अगस्त से 5G लॉन्च करने का इरादा रखते हैं और बहुत जल्द पूरे भारत में रोल आउट करना चाहते हैं। मार्च 2024 तक हमें विश्वास है कि हम 5G के साथ हर शहर और प्रमुख ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करने में सक्षम होंगे।"
विट्टल ने कंपनी के अर्निंग कॉल के दौरान कहा, "वास्तव में, भारत में 5,000 शहरों के लिए विस्तृत नेटवर्क रोलआउट योजनाएं पूरी तरह से लागू हैं। यह हमारे इतिहास में सबसे बड़े रोलआउट में से एक होगा।"
भारती एयरटेल ने हाल ही में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में 3.5GHz और 26GHz बैंड के पैन इंडिया फुटप्रिंट हासिल करके 19,867.8 मेगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी का अधिग्रहण किया और लो और मिड-बैंड स्पेक्ट्रम में रेडियोवेव्ज की खरीद के लिए 43,040 करोड़ रुपये खर्च किए।
विट्टल का कहना है कि कंपनी के पास उपलब्ध 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड की तुलना में 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में नेटवर्क डिप्लॉयमेंट कोई अतिरिक्त कवरेज नहीं देता है। उन्होंने यह भी बताया कि नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) 5G नेटवर्क में स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क की तुलना में अधिक लाभ हैं, क्योंकि व्यापक कवरेज और नेटवर्क तक पहुंचने के लिए अधिक डिवाइस उपलब्ध हैं।
जैसा कि हमने बताया, 5G कनेक्टिविटी और देशभर में अपनी सर्विसेज के प्रबंधन के लिए एयरटेल पहले से एरिक्सन और नोकिया के साथ
साझेदारी कर रही है जबकि सैमसंग के साथ पार्टनरशिप इस साल से शुरू होगी। यह 5G पार्टनरशिप देश में स्पेक्ट्रम नीलामी के तुरंत बाद हुई है, जिसमें एयरटेल ने 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज़ फ्रीक्वेंसी में 19867.8 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई और उन्हें हासिल किया।
साझेदारी से एयरटेल को अल्ट्रा-हाई-स्पीड, लो लेटेंसी और बड़ी डेटा हैंडलिंग क्षमताओं वाली 5G सर्विसेज को रोलआउट करने में मदद मिलेगी। समझौते के बारे में एरिक्सन के प्रेसिडेंट और सीईओ, बोरजे एकहोम ने कहा, ‘हम भारत में 5G सेवा के शुरू होने के साथ एयरटेल का सहयोग करने के लिए तत्पर हैं। हम एयरटेल को भारतीय उपभोक्ताओं और उद्यमों को 5G का पूरा लाभ देने में मदद करेंगे। 5G भारत को उसके डिजिटल इंडिया विजन को साकार करने और देश के विकास को बढ़ावा देने में सक्षम बनाएगा।