ACT Fibernet ने मार्च में COVID-19 महामारी के दौरान घर से काम करने में आसानी के लिए भारत में अपने ब्रॉडबैंड ग्राहकों के लिए स्पीड को बढ़ा कर 300Mbps तक कर दिया था और साथ ही असीमित फेयर यूज़ेज पॉलिसी (FUP) पेश की थी। ये दोनों फायदे 31 मार्च तक की वैधता के साथ पेश किए गए थे, लेकिन अब कंपनी ने इनकी समय सीमा को बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया है। जिन ग्राहकों ने इन लाभों को चुना था, उनके लिए यह ऑफर अपने आप आगे बढ़ जाएगा। इसका मतलब है कि इस ऑफर को आगे बढ़ाने के लिए यूज़र्स को किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन या रिक्वेस्ट करने की ज़रूरत नहीं है।
एसीटी फाइबरनेट यूज़र्स ट्विटर पर कंपनी की ऐप के
स्क्रीनशॉट साझा कर रहे हैं, जिसमें बताया गया है कि हाई-स्पीड और अनलिमिटेड एफयूपी लाभ 30 अप्रैल तक बढ़ा दिए गए हैं। ऐप में दिए गए नोटिस में लिखा है (अनुवादित) "आप पहले से ही 300Mbps की स्पीड का अनुभव कर रहे हैं और असीमित डेटा का आनंद ले रहे हैं। यह 30 अप्रैल, 2020 तक मान्य होगा। कृपया सुनिश्चित करें कि आपके पास लेटेस्ट राउटर है, जो 300Mbps स्पीड का समर्थन करता है।" याद दिला दें कि कंपनी ने इन लाभों को 'वर्क फ्रॉम होम' कलचर को अपनाने वाले भारतीय यूज़र्स को प्रोत्साहित करने के लिए पेश किया था। कंपनी द्वारा दिए गए ये दोनों फायदे देश के उन सभी बाज़ारों में उपलब्ध हैं, जहां ACT Fibernet ऑपरेट करती है। इसमें सभी एंट्री-लेवल प्लान की स्पीड को बढ़ा कर 100Mbps कर दिया गया है और अन्य सभी प्लान की स्पीड को 300Mbps तक दिया गया है।
महामारी के दौरान, कई दूरसंचार ऑपरेटरों ने अपने ग्राहकों को छोटी ही सही, लेकिन महत्वपूर्ण राहत प्रदान करने के कई कदम उठाए हैं। प्रतिद्वंद्वी Jio Fiber नए ग्राहकों को 10Mbps स्पीड वाला ब्रॉडबैंड प्लान मुफ्त दे रही है और मौजूदा ग्राहकों को डबल डेटा का फायदा मिल रहा है। Jio Phone यूज़र्स को 17 अप्रैल तक 100 कॉलिंग मिनट और 100 एसएमएस का लाभ मुफ्त मिल रहा है। एयरटेल ने 80 मिलियन ‘कम आय वाले ग्राहकों की वैधता को बढ़ाया है और यहां तक कि उनके नंबर पर 10 रुपये का टॉक टाइम भी डाला है। बीएसएनएल ने भी इसी तरह के लाभ की पेशकश की है। टाटा स्काई ने लॉकडाउन के दौरान खातों को निष्क्रिय होने से बचाने के लिए ग्राहकों को 7-दिनों का बैलेंस लोन दिया है।
भारत मे फिलहाल 21 दिनों क लॉकडाउन चल रहा है, जो 14 अप्रैल को खत्म होना है। सरकार द्वारा यह फैसला कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए लिया गया है। खबर लिखने तक भारत में COVID-19 के 1,466 पॉजिटिव केस हैं और 38 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।