धरती से 400km ऊपर 1 दिन में 16 बार सूरज को उगते और डूबते देख रहीं सुनीता विलियम्‍स, ऐसा क्‍यों? जानें

धरती से 400 किलोमीटर ऊपर इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में रहने वाले अंतरिक्ष यात्री एक दिन में सिर्फ एक बार सूर्योदय या सूर्यास्‍त नहीं देखते। उनके साथ ऐसा 16 बार होता है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 5 नवंबर 2024 12:09 IST
ख़ास बातें
  • अंतरिक्ष में एक दिन में 16 बार सूर्योदय और सूर्यास्‍त
  • अंतरिक्ष यात्री करते हैं अनुभव
  • इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन पर रहने वाले यात्री करते हैं अनुभव

अंतरिक्ष में एस्‍ट्रोनॉट, यूनिवर्सल टाइम का पालन करते हैं और उसी हिसाब से रोजाना के कामकाज करते हैं।

धरती से 400 किलोमीटर ऊपर इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) में रहने वाले अंतरिक्ष यात्री एक दिन में सिर्फ एक बार सूर्योदय या सूर्यास्‍त नहीं देखते। उनके साथ ऐसा 16 बार होता है। मौजूदा समय में भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स भी आईएसएस पर हैं और वह भी हर रोज 16 बार सूर्य को उदय और अस्‍त होते हुए देखती हैं। साल 2013 में जब सुनीता भारत आई थीं, तो उन्‍होंने यह वाकया शेयर किया था। गौरतलब है कि तब गुजराज यूनिवर्सिटी में सुनीता विलियम्‍स को सम्‍मानित किया गया था। 

अपने एक्‍सपीरियंस को शेयर करते हुए सुनीता ने बताया था कि मैं अंतरिक्ष में जाना चाहती थी और इसके लिए कड़ी मेहनत की। मैं भाग्यशाली थी कि मुझे एक हाईस्‍पीड स्‍पेसक्राफ्ट में एक दिन में 16 सूर्योदय और सूर्यास्त देखने को मिले। 

सुनीता विलियम्‍स एक बार फ‍िर अंतरिक्ष में पहुंची हैं। उनके साथी बुच विलमोर और अन्‍य एस्‍ट्रोनॉट्स भी वहां हैं। सुनीता और बुच ने बोइंग के स्‍टारलाइनर स्‍पेसक्राफ्ट में सवार होकर उड़ान भरी थी। आईएसएस पर डॉक करने के बाद स्‍टारलाइनर में खराबी आ गई और उसे बिना एस्‍ट्रोनॉट्स के धरती पर लाना पड़ा। इस वजह से सुनीता विलियम्‍स और बुच विल्‍मोर अंतरिक्ष में ही रह गए। अब वह अगले साल फरवरी में धरती पर लौट पाएंगे। 
 

ISS पर क्‍यों होता है 16 बार सूर्योदय-सूर्यास्‍त 

रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन की रफ्तार 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे है। वह पृथ्वी का एक चक्‍कर 90 मिनट में लगा लेता है। पृथ्‍वी के चारों ओर इतनी तेज रफ्तार की वजह से अंतरिक्ष यात्री हर 45 मिनट में सूर्योदय या सूर्यास्‍त को देखते हैं। आम इंसान के साथ ऐसा दिन में एक ही बार होता है। 

अंतरिक्ष यात्री जब आईएसएस पर होते हैं, तो उनके सामने हर 45 मिनट में या तो सूर्योदय होता है या सूर्यास्‍त। इस दौरान एस्‍ट्रोनॉट यूनिवर्सल टाइम का पालन करते हैं और उसी हिसाब से अपने रोजाना के कामकाज को पूरा करते हैं। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Google Doodle: गूगल का डूडल बन गया क्लासरूम! आज बता रहा जिंदगी का ब्लूप्रिंट, जानें कैसे
  2. itel A90 Limited Edition में अब स्टोरेज की टेंशन खत्म! Rs 7,200 में लॉन्च हुआ 128GB वेरिएंट
  3. Vivo X300 सीरीज में मिल सकती है Zeiss ट्यून्ड रियर कैमरा यूनिट
  4. फ्री वाई-फाई इस्तेमाल करना पड़ सकता है भारी, गूगल ने किया सावधान
  5. आपका Mobile हैक तो नहीं? फोन इस्तेमाल करते वक्त इन 10 पॉइंट्स का रखें ध्यान
#ताज़ा ख़बरें
  1. Google Doodle: गूगल का डूडल बन गया क्लासरूम! आज बता रहा जिंदगी का ब्लूप्रिंट, जानें कैसे
  2. Vivo X300 सीरीज में मिल सकती है Zeiss ट्यून्ड रियर कैमरा यूनिट
  3. Samsung Galaxy Z TriFold में होगी 5437mAh बैटरी, 200MP कैमरा और Snapdragon चिपसेट, लीक में हुआ खुलासा
  4. अब 16 साल से कम उम्र के बच्चे फेसबुक इंस्टाग्राम नहीं कर पाएंगे इस्तेमाल, कंपनी खुद डिलीट करेगी अकाउंट
  5. रूस का पहला ह्यूमनॉइड स्टेज पर गिर पड़ा, लोग बोलें 'वोडका ज्यादा हो गई', सोशल मीडिया पर छाए Memes
  6. itel A90 Limited Edition में अब स्टोरेज की टेंशन खत्म! Rs 7,200 में लॉन्च हुआ 128GB वेरिएंट
  7. बड़े धोखे हैं इस 'राइड' में! 10 में से 8 यूजर्स ने कहा- टैक्सी बुकिंग ऐप करती हैं ठगी
  8. Dell Pro Plus Earbuds भारत में लॉन्च, एडेप्टिव ANC के साथ गजब फीचर्स से लैस, जानें कीमत
  9. Wi-Fi पासवर्ड भूल गए? 2 मिनट में ऐसे निकालें पुराना पासवर्ड
  10. iOS 26.2 रोलआउट, iPhone यूजर्स को Apple के बड़े अपडेट में मिलेंगे ये फीचर्स
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.