• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • ये बायोसीमेंट कम कर देगा घर बनाने का खर्च, वीडियो में दिखाया गया बनाने का तरीका

ये बायोसीमेंट कम कर देगा घर बनाने का खर्च, वीडियो में दिखाया गया बनाने का तरीका

NTU ने YouTube पर एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें रिसर्च के बारे में बताया गया है और बायोसीमेंट का उपयोग करने के तरीकों को दिखाया गया है।

ये बायोसीमेंट कम कर देगा घर बनाने का खर्च, वीडियो में दिखाया गया बनाने का तरीका

NTU ने YouTube पर एक वीडियो भी शेयर किया है

ख़ास बातें
  • यह रिसर्च Journal of Environmental Chemical Engineering में पब्लिश हुआ था
  • यह रिसाव से बचाव के लिए बायोग्राउट के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है
  • NTU ने YouTube पर इसे बनाने के प्रोसेस का एक वीडियो भी शेयर किया है
विज्ञापन
सिंगापुर में नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU Singapore) के वैज्ञानिकों ने कचरे से बायोसीमेंट बनाने का एक तरीका खोजा है, जिससे यह साधारण सीमेंट के लिए एक ग्रीनर और अधिक टिकाऊ विकल्प बन गया है। बायोसीमेंट एक प्रकार का रिन्यूएबल सीमेंट है, जो हार्डनिंग रिएक्शन के लिए बैक्टीरिया का इस्तेमाल करके मिट्टी को एक ठोस ब्लॉक में बांधता है। बायोसीमेंट अब एनटीयू के वैज्ञानिकों द्वारा दो सामान्य वेस्ट मटेरियल - औद्योगिक कार्बाइड स्लज (कीचड़) और यूरिया (स्तनधारी मूत्र से निकला) का उपयोग करके बनाया गया है। उन्होंने यूरिया को कैल्शियम आयनों के साथ मिलाकर औद्योगिक कार्बाइड कीचड़ में एक कठोर सॉलिड बनाने के लिए एक विधि का आविष्कार किया है।

अवक्षेप मिट्टी के कणों को एक साथ बांधता है और जब यह प्रतिक्रिया मिट्टी में होती है, तो उनके बीच गैप को भर देता है, जिसके कारण मिट्टी का एक कॉम्पैक्ट मास होता है। इससे एक बायोसीमेंट ब्लॉक बनता है, जो मजबूत होने के साथ-साथ लंबे समय तक चलने वाला और पानी के लिए अभेद्य होता है।

यह रिसर्च Journal of Environmental Chemical Engineering में पब्लिश हुई था। रिसर्चर्स का मानना ​​​​है कि उनके बायोसीमेंट का उपयोग विभिन्न तरीकों से मिट्टी को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है, जिसमें निर्माण या खुदाई के लिए जमीन को सख्त करना, समुद्र तट के कटाव को सीमित करना, रेगिस्तान में धूल या हवा के कटाव को कम करना और समुद्र तटों पर या रेगिस्तान में मीठे पानी के जलाशय स्थापित करना शामिल है।

यह रिसाव से बचाव के लिए चट्टान में दरारें सील करने के लिए बायोग्राउट के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है और यहां तक ​​कि रॉक कार्विंग और मूर्तियों जैसे स्मारकों के टच अप और मरम्मत करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

NTU ने YouTube पर एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें रिसर्च के बारे में बताया गया है और बायोसीमेंट का उपयोग करने के तरीकों को दिखाया गया है।



स्कूल ऑफ सिविल एंड एनवायर्नमेंटल इंजीनियरिंग के अध्यक्ष प्रोफेसर चू जियान (Chu Jian) ने कहा कि बायोसीमेंट पारंपरिक सीमेंट का एक स्थायी और रिन्यूएबल ऑप्शन है। लंबे समय में, यह न केवल बायोसीमेंट के प्रोडक्शन की लागत में कटौती करेगा, बल्कि वेस्ट डिस्पोजल की लागत में भी कटौती करेगा। स्टैंडर्ड सीमेंट प्रोडक्शन प्रोसेस की तुलना में बायोसीमेंट प्रोडक्शन अधिक पर्यावरण अनुकूल है।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. OPPO Pad 3 Pro टैबलेट 9510mAh बैटरी, 12GB RAM के साथ लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स
  2. सिंगल चार्ज में 70 घंटे चलने वाले TWS ईयरबड्स भारत में लॉन्‍च, जानें प्राइस
  3. 50MP कैमरा, स्नैपड्रैगन 4 जेन 2 के साथ Vivo Y300 5G लॉन्च, जानें सबकुछ
  4. Reliance Jio को हुआ 79 लाख सब्सक्राइबर्स का नुकसान, BSNL को मिले नए कस्टमर्स
  5. Facebook Messenger हुआ जबरदस्त, HD वीडियो कॉल के साथ AI बैकग्राउंड जैसे फीचर्स आए
  6. 108MP कैमरा के साथ लॉन्‍च होगा HMD Fusion, Amazon पर हुआ लिस्‍ट, जानें प्रमुख फीचर्स
  7. 200MP कैमरा वाली Redmi Note 14 5G स्‍मार्टफोन सीरीज इस दिन होगी भारत में लॉन्‍च, जानें
  8. OPPO Find X8, Find X8 Pro हुए Dimensity 9400 प्रोसेसर, AMOLED डिस्प्ले के साथ लॉन्च, जानें भारत में कीमत
  9. पृथ्वी का 'दूसरा चांद' होने वाला है गायब! 30 साल बाद फिर लौटेगा ...
  10. Elon Musk ने अपने Starship रॉकेट में क्यों भेजा केला? दिलचस्प है वजह, जानें
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »