एस्टरॉयड अंतरिक्ष में घूमते ऐसे चट्टानी टुकड़े हैं जिनके बारे में अभी तक बहुत अधिक जानकारी वैज्ञानिक नहीं जुटा पाए हैं। कहा जाता है कि ये ग्रहों में होने वाले विस्फोटों से बनते हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार एस्टरॉयड धरती के पास से होकर गुजर रहे हैं। 130 फीट तक साइज को दो एस्टरॉयड 20 मई को भी पृथ्वी के पास से होकर गुजरे हैं। लेकिन इनके आने का सिलसिला थम नहीं रहा है। नासा ने आज फिर से 2 बड़े एस्टरॉयड के धरती की तरफ आने का अपडेट जारी किया है। ये चट्टानी टुकड़े 206 फीट तक बड़े हैं। आइए जानते हैं कि पृथ्वी के लिए ये कितने खतरनाक हो सकते हैं।
नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी एस्टरॉयड्स को लगातार ट्रैक करती है। अगर कोई एस्टरॉयड धरती से 75 लाख किलोमीटर से कम की दूरी पर पहुंचता है तो नासा इसके लिए अलर्ट जारी करती है। यानि कि इतने करीब आने पर एस्टरॉयड से धरती को खतरा हो सकता है।
NASA की JPL ने आज भी 2 बड़े एस्टरॉयड के धरती के करीब आने का अलर्ट जारी किया है। रोचक बात ये है कि ये दोनों ही एस्टरॉयड 120 फीट से ज्यादा बड़े हैं। इनमें से पहला एस्टरॉयड 2023 JK है।
एस्टरॉयड 2023 JK का साइज 120 फीट का है। वस्तु से तुलना की जाए तो यह एक बड़े हवाई जहाज जितना है। यह आज पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। इसका व्यास 64 मीटर के लगभग बताया गया है। यह
धरती के बहुत करीब पहुंच सकता है। जेपीएल के अनुसार, जब यह धरती के सबसे करीब पहुंचेगा तो इसकी धरती से दूरी सिर्फ 16 लाख किलोमीटर रह जाएगी, जो कि बहुत कम दूरी मानी गई है। एस्टरॉयड 2023 JK के बारे में नासा ने धरती को नुकसाने पहुंचाने जैसे कोई सूचना जारी नहीं की है। इसके धरती से टकराने की संभावना न के बराबर है।
इसके अलावा, एस्टरॉयड 2023 JD4 भी आज धरती के करीब आ रहा है। यह एस्टरॉयड 206 फीट साइज का बताया गया है। यह धरती से महज 3,100,000 किलोमीटर की दूरी पर से गुजरने वाला है। यह एस्टरॉयड भी एक बड़े हवाई जहाज के जितना है। इसकी स्पीड 37141 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई जा रही है। नासा ने इसके बारे में भी ऐसी कोई सूचना जारी नहीं की है कि ये धरती से टकरा सकता है। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि एस्टरॉयड धरती से टकरा सकते हैं। अगर 150 फीट से बड़ा एस्टरॉयड धरती से टकरा जाता है तो यह बहुत विनाशकारी साबित हो सकता है।