ISRO की कमर्शल उड़ान! वनवेब के 36 सैटेलाइट्स लॉन्‍च करेगा इस महीने, इंटरनेट की दुनिया में आएगी क्रांति!

ISRO : ISRO की कमर्शल आर्म, “न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड’ (NSIL) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने वनवेब के साथ 2 सर्विस कॉन्ट्रैक्ट साइन किए हैं।

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Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 7 अक्टूबर 2022 20:35 IST
ख़ास बातें
  • वनवेब ने 2 सर्विस कॉन्ट्रैक्ट साइन किए हैं
  • वनवेब कुल 648 सैटेलाइट ऑर्बिट में भेजने पर काम कर रही है
  • दुनियाभर में सैटेलाइट इंटरनेट पहुंचाना है मकसद

ISRO : दुनियाभर में हाई-स्पीड इंटरनेट देने की अपनी योजना के तहत वनवेब, सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में लॉन्च कर रही है।

भारतीय स्‍पेस एजेंसी ‘इसरो' (ISRO) इस महीने के अंत तक एक अहम मिशन को पूरा करेगी। इसरो अपने सबसे भारी लॉन्‍चर LVM3 (लॉन्च व्हीकल मार्क III) के जरिए वनवेब (One Web) के 36 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में लॉन्‍च करेगी। ISRO की कमर्शल आर्म, “न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड' (NSIL) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने वनवेब के साथ 2 सर्विस कॉन्ट्रैक्ट साइन किए हैं। दुनियाभर में हाई-स्पीड इंटरनेट देने की अपनी योजना के तहत वनवेब, सैटेलाइट्स को ऑर्बिट में लॉन्च कर रही है। कंपनी एलन मस्‍क की स्‍टारलिंक से मुकाबला करेगी। पिछले साल दिसंबर में वनवेब ने कजाकिस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से भी 36 कम्‍युनिकेशंस सैटेलाइट को अंतरिक्ष में लॉन्च किया था। वनवेब कुल 648 सैटेलाइट ऑर्बिट में भेजने पर काम कर रही है।  

इस महीन के आखिर में इसरो के जरिए की जाने वाली लॉन्चिंग LVM3 को ग्लोबल कमर्शल लॉन्च सर्विस मार्केट में पहचान दिलाएगा। इसरो ने बताया है कि वनवेब के इन सैटेलाइट्स को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित किया जाएगा। अपने प्रोजेक्‍ट के तहत वनवेब आम लोगों के साथ-साथ सरकारों और बिजनेसेज तक हाई-स्‍पीड इंटरनेट सर्विस पहुंचाना चाहती है। 
 

कंपनी ने जापान के सॉफ्टबैंक और यूटेलसैट कम्युनिकेशंस से इन्‍वेस्‍टमेंट हासिल की है। भारती एंटरप्राइजेस भी वनवेब को मदद कर रही है। इस तरह वनवेब ने कुल 2.4 अरब डॉलर जुटाए हैं। सैटेलाइट इंटरनेट को लोगों तक पहुंचाने के लिए कई देशों की कंपनियां काम कर रही हैं। इनमें एलन मस्‍क की Starlink सबसे बड़ा नाम है। बुधवार को ही स्‍पेसएक्‍स ने एकसाथ 52 स्‍टारलिंक सैटेलाइटों को ऑर्बिट में पहुंचाया है। बात करें वन वेब की तो वह एयरटेल के साथ मिलकर देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने की योजना बना रही है। आगामी लॉन्‍च को पूरा करने के लिए पिछले महीने फ्लोरिडा के एक कारखाने से सैटेलाइट्स को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में पहुंचाया गया था। 

इसरो के कई मिशन आने वाले वर्षों में प्रस्‍तावित हैं। देश का पहला ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन ‘गगनयान' साल 2024 में लॉन्च किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने इस स्पेस फ्लाइट को पिछले वर्ष लॉन्च करने की योजना बनाई थी लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे टालना पड़ा था। पहली टेस्ट फ्लाइट के बाद एक महिला जैसे दिखने वाले स्पेसफेरिंग ह्यूमनॉइड रोबोट को बाहरी अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
 

 

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प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ ...और भी

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