50 हजार साल में पहली बार पृथ्‍वी के करीब आ रहा हरा धूमकेतु, इस दिन देख सकेंगे

Green comet : वैज्ञानिकों को यह भी कहना है कि इस धूमकेतु को नग्‍न आंखों से तभी देखा जा सकेगा, जब आपके इलाके में प्रदूषण बहुत कम होगा और आसमान व मौसम साफ होगा।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 28 जनवरी 2023 16:46 IST
ख़ास बातें
  • 50 साल पहले पृथ्‍वी के पास से गुजरा था यह धूमकेतु
  • C/2022 E3 (ZTF) को पिछले साल खोजा गया
  • कहा जा रहा है कि इसे नग्‍न आंखों से भी देखा जा सकेगा

Green comet : बताया जा रहा है कि यह धूमकेतु 1 फरवरी और 2 फरवरी के बीच हमारे ग्रह के नजदीक से होते हुए गुजरेगा।

आसमान में होने वाली घटनाओं में दिलचस्‍पी रखने वाले लोगों के लिए अगले कुछ दिन बेहद खास होने वाले हैं। लगभग 50 हजार साल पहले एक हरा धूमकेतु (green comet) पृथ्वी के पास से गुजरा था। यह एक बार फ‍िर से लौट रहा है। C/2022 E3 (ZTF) नाम के इस धूमकेतु को पिछले साल खोजा गया था। जानकारी के अनुसार, यह धूमकेतु 1 फरवरी को पृथ्‍वी के सबसे करीब आएगा। कहा तो यह भी जा रहा है कि इसे नग्‍न आंखों से देखा जा सकेगा, लेकिन अगर आपके पास एक दूरबीन या छोटा टेलिस्‍कोप है, तो आप इस धूमकेतु को और बेहतर तरीके से स्‍पॉट कर सकते हैं। 

नासा के मुताबिक, C/2022 E3 (ZTF) धूमकेतु का पीरियड लगभग 50 हजार साल है। इसका मतलब है कि पिछली बार जब यह धूमकेतु पृथ्‍वी के 4.2 करोड़ किलोमीटर तक नजदीक आया था, तब हमारा ग्रह पुरापाषाण काल (Upper Paleolithic period) में था।

वैज्ञानिकों को यह भी कहना है कि इस धूमकेतु को नग्‍न आंखों से तभी देखा जा सकेगा, जब आपके इलाके में प्रदूषण बहुत कम होगा और आसमान व मौसम साफ होगा। यॉर्क यूनिवर्सिटी (York University) ने भी इस धूमकेतु को देखने की योजना बनाई है। कनाडा की इस यूनिवर्सिटी में बहुत बड़ा टेलिस्‍कोप लगा है, जिसके जरिए धूमकेतु को देखा जाएगा। 

बताया जा रहा है कि यह धूमकेतु 1 फरवरी और 2 फरवरी के बीच हमारे ग्रह के नजदीक से होते हुए गुजरेगा। रिपोर्टों के अनुसार, अगर यह धूमकेतु उसी तरह चमकता रहा जैसे अभी चमक रहा है, तो इसे बिना टेलीस्‍कोप के सीधे आंखों के जरिए रात में आसमान में देखा जा सकता है। धूमकेतुओं को लेकर इसलिए कोई भविष्‍यवाणी नहीं की जा सकती, क्‍योंकि इनकी चमक कम भी हो सकती है। 

शुरुआत में वैज्ञानिकों को लगा कि यह कोई एस्‍टरॉयड है। तब यह बृहस्पति की कक्षा के अंदर था। जल्‍द यह धूमकेतुओं की तरह चमकने लगा। C/2022 E3 (ZTF) को वैज्ञानिकों ने पिछले साल ही खोजा है। पुरापाषाण काल के इंसानों को भी इसके बारे में पता भी नहीं रहा होगा।
Advertisement

 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. हाइवे पर फ्री AC रूम, Wi-Fi और शॉवर, बस भरवाना है फ्यूल; बुकिंग सीधा मोबाइल ऐप से
  2. Samsung की AI वाली वॉशिंग मशीन, कपड़ों को गीला किए बिना करेगी साफ, प्रेस करने का भी झंझट खत्म!
#ताज़ा ख़बरें
  1. हाइवे पर फ्री AC रूम, Wi-Fi और शॉवर, बस भरवाना है फ्यूल; बुकिंग सीधा मोबाइल ऐप से
  2. Vivo T4 Pro vs Realme 15 5G vs Nothing Phone 3a: 30 हजार में कौन सा है बेस्ट
  3. Samsung की AI वाली वॉशिंग मशीन, कपड़ों को गीला किए बिना करेगी साफ, प्रेस करने का भी झंझट खत्म!
  4. ऑनलाइन डिजिटल स्कैम के शिकार तो नहीं हुए आप? ऐसे करें ऑनलाइन शिकायत
  5. Gmail पर Spam Email को ऐसे करें Block, स्टोरेज भी हो जाएगी खाली, फॉलो करें ये स्टेप्स
  6. Motorola G06 में मिल सकता है MediaTek Helio G81 Extreme चिपसेट
  7. भारत में एपल ने की 9 अरब डॉलर की रिकॉर्ड सेल्स, iPhones की बड़ी हिस्सेदारी 
  8. Motorola ने लॉन्च किया Book 60 Pro, 14 इंच OLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  9. Motorola ने पेश किया Edge 60 Neo, 6.4 इंच pOLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  10. TCL ने लॉन्च किया 7.2-इंच डिस्प्ले वाला NxtPaper 60 Ultra, इसमें है आंखों की सेफ्टी के लिए स्पेशल टेक्नोलॉजी, जानें कीमत
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.